कुण्डली में सूर्य-चंद्र की स्थिति करवाती है पति-पत्नी में झगड़े, जानिए समाधान

डिजिटल डेस्क । पति-पत्नी में विवाद होना आम बात है, लेकिन कई दफा पति-पत्नी के बीच का विवाद हद से ज्यादा हो जाता है। समझ की कमी के चलते उनमें छोटी-छोटी बातों पर भी झगड़ा होने लगता है और फिर ये बड़ा रूप ले लेता है। जिसके बाद जीवन का हर सुख दुख में बदल जाता है। इसका प्रभाव परिवार के अन्य सदस्यों पर भी पड़ने लगता है और घर में कलह बनी रहती है। पति-पत्नी के बीच लड़ाई झगड़े की वजह सूर्य और चंद्र है। कुण्डली में सूर्य और चंद्र की स्थिति दम्पती में लड़ाई-झगड़े का करण बनाती है। आइए जानते हैं कि कैसे ये खुशहाल जोड़े को बर्बाद कर सकता है और इसके निराकरण के बारे में भी जानेंगे।
सूर्य-चंद्र के अशुभ योग के कारण पुरुष हो जाता है स्त्री से अपमानित
ज्योतिष में सूर्य को आत्मा कारक ग्रह माना गया है और चंद्र को मन का स्वामी माना गया है। यदि कुंडली के किसी भी भाव में सूर्य और चंद्रमा एक साथ हों तो ऐसे लोगों की कुंडली में अमावस्या का अशुभ योग बन जाता है। कुंडली में सूर्य और चंद्र की स्थिति से मालूम हो सकता है कि हमें कितना यश, मान-सम्मान मिलेगा। कुंडली में अगर सूर्य और चंद्र दोनों साथ होते हैं तो ऐसे लोगों को जीवन में बार-बार कई जगह अपमानित भी होना पड़ता हैं।
जानते इस योग के प्रभाव
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली के पहले भाव में सूर्य और चंद्र की स्थित हो तो उसे माता और पिता से दुख मिलता है। वह पुत्र से दुखी और निर्धन होता है। चंद्रमा और सूर्य चौथे भाव में हो तो व्यक्ति को पुत्र और सुख से वंचित रहता है। ऐसा व्यक्ति मूर्ख और गरीब हो सकता है। कुंडली के सातवें भाव में सूर्य और चंद्रमा स्थित हो तो व्यक्ति जीवनभर पुत्र और स्त्रियों से अपमानित होता रहता है। ऐसे व्यक्ति के पास धन की भी कमी रहती है। सूर्य और चंद्रमा किसी व्यक्ति की कुंडली के दसवें भाव में स्थित हो तो वो सुंदर शरीर वाला, नेतृत्व क्षमता का धनी, कुटिल स्वभाव का और शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने वाला होता है।
ऐसी स्थिति में कुछ साधारण ज्योतिषीय उपाय कर पति-पत्नी के विवाद को बहुत कुछ कम किया जा सकता है।
उपाय इस प्रकार हैं-
- पत्नी हर शुक्रवार को चावल की खीर बनाए और पहले इसका भोग भगवान को लगाए। बाद में पति-पत्नी साथ में बैठकर ये खीर खाएं। इससे वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है।
- पति अधिक क्रोधी हो तो पत्नी रोज किसी शिव-पार्वती मंदिर में जाए और पार्वती जी को लाल फूल अर्पित करे।
- कनेर के फूल को पानी में पीसकर पति के माथे पर तिलक लगाने से भी पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ता है।
- पति-पत्नी रोज एक साथ भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें। इससे भी दांपत्य जीवन खुशहाल होता है
- पति-पत्नी दोनों प्रत्येक गुरुवार को भगवान विष्णु के मंदिर जाएं और पीले रेशमी वस्त्र, पीले फल और मिठाई अर्पित करें।
- पति-पत्नी रोज केले के पेड़ पर जल चढ़ाएं या केले की जड़ को पीले कपड़े में लपेटकर अपने सीधे हाथ में बाधें। ये भी वैवाहिक सुख पाने का विशेष उपाय है।
- कई बार घर में नकारात्मकता के कारण भी पति-पत्नी में विवाद होने लगते हैं। इसके लिए रोज घर में गोमूत्र का छिड़काव अवश्य करें।
सूर्य-चन्द्र कुण्डली में ठीक ना होने पर सूर्य-चंद्र के लिए ये कर सकते हैं ये उपाय
- प्रति दिन सूर्य को प्रातःकाल में जल चढ़ाएं।
- अधिक से अधिक हल्के और सफेद रंगों के वस्त्र धारण करें। गहरे रंग के वस्त्रों को धारण करने से बचें।
- सफेद रंग का रुमाल हमेशा अपने साथ रखें।
- प्रतिदिन केसर या चंदन का तिलक लगाएं।
- सूर्य एवं चंद्रमा से संबंधित वस्तुओं का दान करें।
- चंद्रमा के शुभ फल प्राप्त करने के लिए शिव जी और गणेश जी की आराधना अवश्य करें।
- पति-पत्नी दोनों प्रदोष व्रत अवश्य करें और शिव मंदिर में अभिषेक कराते रहें।
- मंदिर ना जा पाने की स्थिति में घर में ही शिवलिंग स्थापित कर प्रदोष और सोमवार को अभिषेक अवश्य करें।
Created On :   19 July 2018 8:53 AM IST