आज इस शुभ संयोग में करें बप्पा की पूजा, जानें मुहूर्त और पूजा की विधि
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गणेश विसर्जन के साथ ही गणेश उत्सव पर्व का समापन हो गया है। वैसे तो बप्पा की पूजा के लिए बुधवार सबसे शुभ दिन माना गया है, लेकिन हिन्दू मान्यताओं के अनुसार, चतुर्थी तिथि पर पूरे विधि विधान से व्रत और पूजा करने पर श्री गणेश जल्द ही कष्टों से मुक्ति देते हैं। फिलहाल 13 सितंबर, मंगलवार को संकष्टी चतुर्थी व्रत है। इस व्रत को सभी कष्टों का हरण करने वाला माना जाता है। इस बार संकष्टि चतुर्थी पर बेहद शुभ संयोग बन रहा है। आइए जानते हैं संकष्टि चतुर्थी का मुहूर्त, योग और महत्व के बारे में...
संकष्टी चतुर्थी 2022 मुहूर्त
संकष्टि चतुर्थी आरम्भ: 13 सितंबर 2022, सुबह 10 बजकर 37 मिनट से
चतुर्थी समाप्त: 14 सितंबर 2022, सुबह 10 बजकर 25 मिनट तक
चंद्रोदय समय - 13 सिंतबर, रात 08 बजकर 35 मिनट
पूजन विधि
- सबसे पहले सुबह स्नान कर साफ और धुले हुए कपड़े पहनें।
- पूजा के लिए भगवान गणेश की प्रतिमा को ईशानकोण में चौकी पर स्थापित करें।
- चौकी पर लाल या पीले रंग का कपड़ा पहले बिछा लें।
- भगवान के सामने हाथ जोड़कर पूजा और व्रत का संकल्प लें।
- बप्पा को जल, अक्षत, दूर्वा घास, लड्डू, पान, धूप आदि अर्पित करें।
- ओम ‘गं गणपतये नम:’ मंत्र बोलते हुए गणेश जी को प्रणाम करें।
- इसके बाद एक थाली या केले का पत्ता लें, इस पर आपको एक रोली से त्रिकोण बनाना है।
- त्रिकोण के अग्र भाग पर एक घी का दीपक रखें। इसी के साथ बीच में मसूर की दाल व सात लाल साबुत मिर्च को रखें।
- पूजन के बाद चंद्रमा को शहद, चंदन, रोली मिश्रित दूध से अर्घ्य दें. पूजन के बाद लड्डू प्रसाद स्वरूप ग्रहण करें।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष, वास्तुशास्त्री) की सलाह जरूर लें।
Created On :   12 Sept 2022 10:28 AM GMT