साल की पहली संकष्टी चतुर्थी, जानें पूजा की विधि और मुहूर्त

Sankashti Chaturthi 2023: Know the method and auspicious time of worship
साल की पहली संकष्टी चतुर्थी, जानें पूजा की विधि और मुहूर्त
तिलकुटा चौथ साल की पहली संकष्टी चतुर्थी, जानें पूजा की विधि और मुहूर्त

डिजिटल डेस्क, भोपाल। माघ माह की शुरुआत हो चुकी है। इस माह में कई सारे व्रत और त्योहार आने वाले हैं। फिलहाल साल की पहली संकष्टी चतुर्थी आने वाली है। माघ माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी व्रत मनाया जाएगा। इस बार संकष्टी चतुर्थी 10 जनवरी को मनाई जाएगी। इस दिन सुबह स्नान के बाद संकष्टी चतुर्थी व्रत और पूजा का संकल्प लिया जाता है। 

मुहूर्त
चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 10 जनवरी, 2023 दोपहर 12:24 बजे
चतुर्थी तिथि समाप्त: 11 जनवरी 2023 दोपहर 02:46 बजे
चंद्रोदय समय: रात 08:28 बजे

पूजन विधि
- इस दिन जातक को सूर्योदय से पूर्व उठना चाहिए।
- नित्यक्रमादि से निवृत्त होकर स्नान करें और साफ वस्त्र पहनें।
- भगवान सूर्य को जल चढ़ाएं और व्रत का संकल्प लें। 
- पूजा के लिए भगवान गणेश की प्रतिमा को ईशानकोण में चौकी पर स्थापित करें। 
- चौकी पर लाल या पीले रंग का कपड़ा पहले बिछा लें।
- भगवान गणेश को जल, अक्षत, दूर्वा घास, लड्डू, पान, धूप आदि अर्पित करें।
- अक्षत और फूल लेकर गणपति से अपनी मनोकामना कहें, उसके बाद ओम ‘गं गणपतये नम:’ मंत्र बोलते हुए गणेश जी को प्रणाम करें।
- इसके बाद एक थाली या केले का पत्ता लें, इस पर आपको एक रोली से त्रिकोण बनाएं।
- त्रिकोण के अग्र भाग पर एक घी का दीपक रखें। इसी के साथ बीच में मसूर की दाल व सात लाल साबुत मिर्च को रखें।
- पूजन के बाद चंद्रमा को शहद, चंदन, रोली मिश्रित दूध से अर्घ्य दें।
- इसके बाद सभी को लड्डू प्रसाद स्वरूप ग्रहण करें।
- मालूम हो कि इस व्रत या उपवास को चंद्र दर्शन के बाद तोड़ा जाता है।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Created On :   7 Jan 2023 5:55 PM IST

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