इस विधि से पूजा करने पर भगवान विष्णु होंगे प्रसन्न, जानें महत्व और शुभ मुहूर्त
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिन्दू धर्म में जितना महत्व त्यौहारों का है उतना ही व्रत का भी, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पापांकुशा एकादशी कहा जाता है। जो कि इस वर्ष 6 अक्टूबर यानि कि आज के दिन है। यह व्रत भगवान विष्णु के लिए रखा जाता है, ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और मन चाहा वर देते हैं। पापांकुशा एकादशी के व्रत को करने से सारे पाप मिट जाते हैं।
पुराणों के अनुसार, महाभारत काल में स्वयं भगवान श्री कृष्ण ने धर्मराज युधिष्ठिर को पापांकुशा एकादशी का महत्व बताते हुए कहा था कि यह एकादशी पाप का निरोध करती है, धन, सुख-समृध्दि और अच्छे जीवनसाथी की प्राप्ती होती है और मृत्यू के पश्चात स्वर्ग लोक में स्थान प्राप्त होता है। आइए जानते हैं इस व्रत की विधि और पूजा का शुभ मुहूर्त...
शुभ मुहूर्त
तिथि आरंभः 05 अक्टूबर बुधवार दोपहर12 बजे से
तिथि समाप्तः 06 अक्टूबर 9 बजकर 40 मिनट तक
व्रत का पारण : 07 अक्टूबर सुबह 6 बजकर 17 मिनट से 7 बजकर 26 मिनट तक।
ऐसे करें पूजा
- इस दिन प्रातः काल या सायं काल श्री हरि के पद्मनाभ स्वरुप का पूजा करें।
- मस्तक पर सफेद चन्दन या गोपी चन्दन लगाकर पूजा करें।
- भगवान को पंचामृत, पुष्प और ऋतु फल अर्पित करें, एक वेला पर पूर्ण सात्विक आहार ग्रहण करें।
- शाम को आहार ग्रहण करने के पहले उपासना, सेवा और आरती अवश्य करें।
- इस दिन ऋतुफल और अन्न का दान करना विशेष शुभकारी होता है।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।
Created On :   6 Oct 2022 11:07 AM GMT