मार्गशीर्ष पूर्णिमा: भगवान विष्णु की पूजा करने से होंगे ये लाभ
डिजिटल डेस्क। मार्गशीर्ष माह को सबसे पवित्र माह माना जाता है। इस माह के आखिर में आने वाली पूर्णिमा तिथि को स्नान दान पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। जो कि इस वर्ष आज गुरुवार को है। मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा के दिन व्रत किया जाता है और भगवान सत्यानारायण की पूजा की जाती है। इस दिन भगवान सत्यनारायण की कथा सुनना और पढ़ना शुभ माना गया है।
इस तिथि को चन्द्रमा सम्पूर्ण होता है और सूर्य और चन्द्रमा समसप्तक होते हैं। इस दिन जल और वातावरण में विशेष ऊर्जा आ जाती है। चन्द्रमा पूर्णिमा तिथि पर पृथ्वी और जल तत्व को पूर्ण रूप से प्रभावित करता है।
मान्यता
भगवान विष्णु का प्रिय भोग चूरमा होता है, इस दिन विष्णु जी को भोग लगाया जाता है। इस दिन पूजा के बाद प्रसाद का वितरण किया जाता है। इस दिन लोग ब्रह्मणों को दान-दक्षिणा देते हैं। मान्यता है कि इस दिन जो व्रत करता है उसकी सभी मनोकामनाएं भगवान विष्णु पूरी करते हैं।
वहीं चन्द्रमा इस तिथि के स्वामी होते हैं। अतः इस दिन हर तरह की मानसिक समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है। इस दिन चंद्र देव की पूजा करने से चंद्र ग्रह के दोषों से मुक्ति मिलती है। इस दिन चंद्र ग्रह के क्रूर प्रभाव से बचने के लिए कन्या और परिवार की सभी स्त्रियों को वस्त्र देने चाहिए।
महत्व
मार्गशीर्ष पूर्णिमा इस माह का अंतिम दिन है और इस दिन को दैवीयता का दिन माना जाता है। इस दिन ध्यान दान और स्नान विशेष लाभकारी होता है। ज्योतिष के अनुसार इस बार चन्द्रमा अपनी सबसे मजबूत स्थिति में रहेगा। वहीं बृहस्पति चन्द्रमा का गजकेसरी योग भी होगा। अमृत और अमरता का कारक चन्द्रमा भी बलवान होगा। इसके अलावा सुख को बढ़ाने वाला ग्रह शुक्र भी स्वगृही होगा।
Created On :   12 Dec 2019 3:27 AM GMT