चंद्र ग्रहण 2020: जानें ग्रहण काल के दौरान क्या करें क्या ना करें?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि यानी कि आज सोमवार को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। ग्रहण रोहिणी नक्षत्र और वृषभ राशि में इस बार का चंद्रगहण पड़ने वाला है। यह चंद्र ग्रहण भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर और एशिया में दिखाई दे सकता है।
ज्योतिष शास्त्र में चंद्रग्रहण को बहुत अधिक प्रभावशाली माना जाता है। आपको बता दें कि हिंदू धर्म के रीति-रिवाजों के मुताबिक ग्रहण काल में कुछ चीजों को करने की सख्त मनाही होती है। तो आइए जानते हैं चंद्र ग्रहण में किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
अद्भुत होगा 4 घंटे 21 मिनट का रहेगा चंद्र ग्रहण, इन बातों का रखें ध्यान
ग्रहण काल में क्या करें ?
ग्रहण के वेध काल में तथा ग्रहण काल में भी भोजन नहीं करना चाहिए। देवी भागवत के अनुसार सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण के समय जो मनुष्य जितने अन्न के दाने खाते हैं उतने वर्षा तक अरूतुंद नरक में वास करता हैं और उदर रोगी, गुल्मरोगी, काना तथा दंतहीन होता हैं।
ग्रहण काल में क्या ना करें ?
कोई भी शुभ काम या नया कार्य नहीं करना चाहिए। ग्रहण समय में सोने से रोगी, लघुशंका से दरिद्र, स्त्री प्रसंग से सुअर तथा उबटन लगाने से कोढ़ी होता है। ग्रहण काल में तेल लगाना, भोजन करना, जल पीना, मल मूत्र त्यागना, बाल काटना, मंजन करना, रति क्रिया करना मना है। पत्ते, तिनके, फूल, लकड़ी नहीं तोड़ना चाहिए।
कार्तिक पूर्णिमा 2020: सूर्यास्त के बाद करें ये कार्य, धन की होगी पूर्ति
नहीं करना चाहिए भोजन
माना जाता है कि ग्रहण काल में कीटाणु, जीवाणु अधिक मात्रा में फैलते हैं खाने पीने के पदार्था में वे फैलते हैं इसलिए भोजन नहीं करना चाहिए, पका हुआ नहीं खाना चाहिए। कच्चे पदार्थों कुशा छोड़ने से जल में कुशा छोड़ने से जीवाणु कुशा में एकत्रित हो जाते हैं पात्रो में अग्नि डालकर स्नान करने से शरीर में उष्मा का प्रभाव बढ़े और भीतर बाहर के किटाणु नष्ट हो जाते हैं। एक अनुसंधान के अनुसार ग्रहण के समय मनुष्य के पेट की पाचन शक्ति कमजोर होती हैं जिससे शारिरिक मानसिक हानि पहुंचती हैं।
Created On :   30 Nov 2020 3:27 PM IST