कुंवारी हैं ये देवी, यहां प्रवेश के लिए पुरुषों को उतारने पड़ते हैं...

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया में एक से बढ़कर एक मंदिरों के बारे में आपने सुना और देखा होगा, लेकिन आज हम आपको भारतभूमि के अंतिम छोर की ओर लेकर जा रहे हैं। जी हां, कन्याकुमारी।
यह प्वांइट इंडिया का सबसे निचला हिस्सा है। यहां समुद्र तट पर ही कुमारी देवी का मंदिर है। यहां मां पार्वती के कन्या रूप को पूजा जाता है। यह देश में एकमात्र ऐसी जगह है जहां मंदिर में प्रवेश करने के लिए पुरूषों को कमर से ऊपर के कपड़े उतारने पड़ते हैं।
ऐसी है कथा
पौराणिक मान्यताओं के अनुसारए यहां कुमारी देवी का शासन हुआ करता था। इसी काल में बानासुरन नामक दैत्य का अत्याचार बढ़ा। उसे शिव का वरदान था कि उसका वध कुंवारी कन्या द्वारा ही किया जा सकता है। कुमारी देवी शिव से विवाह करना चाहतीं थीं। इसके लिए उन्होंने तप भी किया, लेकिन बानासुर के वध के पूर्व उनका विवाह संभव नहीं था। अतः विवाह की तैयारियों के बाद भी विवाह संपन्न नहीं हो सका। ये बात बानासुरन को पता चली और उसने कुमारी देवी के सम्मुख विवाह का प्रस्ताव रखा। इस कुमारी देवी ने कहा, यदि वह उसे युद्ध में हरा दे तो वह उससे विवाह कर लेंगी। युद्ध में बानासुरन मारा गया।
सामग्री बन गई रेत
बताया जाता है कि विवाह की तैयारियों का सभी सामान रेत में बदल गया। इसलिए यहां की रेत रंग-बिरंगी दिखाई देती है। वहीं यहां के कंकड़-पत्थर दाल-चावल के रंग रूप के समान मिलते हैं। यह स्थान लोगों के लिए किसी आश्चर्य से कम नहीं है। कुमारी देवी के नाम ही इस स्थान का नाम कन्याकुमारी पड़ा।



Created On :   16 Sept 2017 11:03 AM IST