Chaitra Navratri 2020: इन दिनों में पढ़ें रामचरित मानस के ये 10 दोहे, मुसीबत होगी दूर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू कैलेंडर का पहला महीना चैत्र शुरू हो चुका है, लेकिन हिन्दू पंचाग या नए साल की शुरुआत चैत्र नवरात्रि से मानी जाती है। यह इस वर्ष 25 मार्च से शुरू होने जा रही है। इसे वासंतिक नवरात्र भी कहा जाता है। नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के अलग-अलग नौ रूपों की पूजा की जाती है। देवी मां को प्रसन्न करने के विभिन्न उपाय किए जाते हैं।
चैत्र नवरात्रि में माता की आराधना के साथ करें ये उपाय, समस्याएं होंगी खत्म
यहां बता दें नवरात्रि में कई मंत्रोच्चारण करने से आपके विभिन्न तरह के संकट दूर हो सकते हैं। ज्योतिषास्त्र के अनुसार चैत्र नवरात्रि में रामचरित मानस के दोहे, चौपाई और सोरठा अथवा उनके मंत्रों से इच्छापूर्ति की जा सकती है। इनका उच्चारण माला जप के साथ किया जाना चाहिए। वहीं मंत्रों से पहले हनुमान चालीसा का पाठ करना शुभ माना गया है। कौन से हैं वे दोहे, आइए जानते हैं इनके बारे में...
संबंधित कार्य |
दोहे, चौपाई और सोरठा |
धन संपत्ति प्राप्त करने के लिए |
जे सकाम नर सुनहिं जे गावहिं। |
रोग तथा किसी प्रकार के उपद्रव से शांति के लिए |
दैहिक दैविक भौतिक तापा। |
आजीविका प्राप्त करने या इसकी वृद्धि के लिए |
बिस्व भरन पोषन कर जोई। |
मनोकामना पूर्ति और सभी प्रकार की बाधाओं को दूर करने के लिए |
कवन सो काज कठिन जग माही। |
डर और संशय को दूर करने के लिए |
रामकथा सुन्दर कर तारी। |
अनजान स्थान पर डर को दूर करने के लिए |
मामभिरक्षय रघुकुल नायक। |
भगवान राम की की कृपा पाने के लिए |
सुनि प्रभु वचन हरष हनुमाना। |
विपत्ति को दूर करने के लिए |
राजीव नयन धरें धनु सायक। |
विद्या या ज्ञान अर्जित करने के लिए |
गुरु गृह गए पढ़न रघुराई। |
दुश्मन का नाश करने के लिए |
बयरू न कर काहू सन कोई। |
Created On :   23 March 2020 9:49 AM GMT