शुक्रवार व्रत: इस विधि से करें मां संतोषी की पूजा, जानें व्रत का महत्व
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में सप्ताह के हर दिन अलग- अलग देवी-देवताओं की पूजा होती है। हर व्रत को करने के अलग फायदे, तरीका और महत्व होता है। इसलिए हिंदू धर्म में लाखों श्रद्धालू भक्ति और पूजा की शक्तियों में विश्वास करते हैं। शुक्रवार व्रत ऐसे शुभ व्रतों में से एक है, जहां ज्यादातर हिंदू महिलाएं देवी संतोषी को प्रसन्न करने और अनका आशीर्वाद लेने के लिए व्रत रखती हैं। मां संतोषी न केवल धन और आनंद प्रदान करती है, बल्कि वह अपने भक्तों को नकारात्मक शक्तियों से भी बचाती हैं।
हिंदू धार्मिक ग्रंथों के अनुसार संतोषी माता को संतोष की देवी के रुप में जाना जाता है। कहा जाता है कि संतोषी मां देवी दु्र्गा का सबसे दयालु और कोमल रूप हैं। वह भगवान गणेश और देवी रिद्धि- सिद्धि की बेटी हैं। ऐसा माना जाता है कि एक भक्त जो लगातार 16 शुक्रवार को संतोषी मां व्रत करता है वह देवी की कृपा प्राप्त करता है।
व्रत की विधि
सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
अपने घर की सफाई करें और मंदिर में गंगा जल छिड़कें।
इसके बाद संतोषी माता की मू्र्ति स्थापित करें या तस्वीर लगाएं और घी का दीप जलाएं।
जल से भरा कलश रखें और उसके ऊपर एक नारियल रखें, फिर गुड़ और चने की कटोरी मूर्ति के सामने रखें।
कुमकुम, हल्दी, फूल, चुनरी, नारियल और केले मां को अर्पित करें।
पूजा शुरू करने के लिए संतोषी मां के विभिन्न नामों का जाप करें और शुक्रवार व्रत कथा का पाठ करें।
अंत में आरती करें और मां के चरण पर फूल अर्पित करें।
पूजा के बाद प्रसाद परिवार के सभी सदस्यों को बांट दें।
ध्यान रखें ये बात
इस व्रत को करने वाले इस दिन एक बार भोजन कर सकते हैं। लेकिन पूरे दिन कुछ भी खट्टा न खाएं। इस बात का ध्यान रखें की आप न तो कुछ खट्टी पकाएं और न ही किसी भी रूप में इसका सेवन करें।
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Created On :   9 Jun 2023 4:29 PM IST