भास्कर ग्राउंड रिपोर्ट: चाय की चुस्की से सियासी खबर- काशीवासियों ने कहा - हम सांसद नहीं, पीएम चुनते हैं

चाय की चुस्की से सियासी खबर- काशीवासियों ने कहा - हम सांसद नहीं, पीएम चुनते हैं
  • चर्चा के केन्द्र में है विकास और विश्वास
  • कानून-व्यवस्था सुधरी तो सुधरे हालात
  • मोदी गंगापुत्र हैं, तो गंगा साफ क्यों नहीं हुई

डिजिटल डेस्क, वाराणसी, अजीत कुमार. आज चर्चा ऐसी लोकसभा सीट की, जहां का हर मतदाता प्रधानमंत्री है। ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि इन मतदाताओं की पहुंच सीधे प्रधानमंत्री तक है। बात हो रही है, देश की सबसे हॉट सीट वाराणसी की, जहां से लगातार दो चुनाव जीत चुके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीसरी बार मैंदान में हैं। अलग सोंच और अलग अंदाजे-बयां के लिए मशहूर बनारसियों की बात भी निराली है। शिवाजी नगर की संजना सिंह कहती हैं कि हम काशी वाले सांसद नहीं, प्रधानमंत्री चुनते हैं। वाराणसी में एक जून को वोट डाले जाएंगे।


चर्चा के केन्द्र में है विकास और विश्वास

चाय की अड़ी हो या फिर पान की दुकान, हर जगह चल रही चुनावी बतकही में विपक्ष के उम्मीदवारों से अधिक चर्चा इस बात की हो रही कि प्रधानमंत्री मोदी कितने वोटों से जीतेंगे? मुरारी चौक पर नारियल पानी बेचने वाले सुदामा कहते हैं कि यह देखना दिलचस्प रहेगा कि मोदी इस बार रिकॉर्ड वोट से जीतते हैं या नहीं। दरअसल एक दशक से प्रधानमंत्री चुन रहे बनारसियों को यहां हो रहे विकास कार्यों पर गुमान है। कोई डबल इंजन सरकार का काम गिना रहा है तो कोई गंगा की सफाई पर सवाल उठा रहा है। दरअसल सुविधाओं व योजनाओं ने एक दशक में बनारस का खूब विस्तार किया है। दवा कारोबारी संजय सर्राफ कहते हैं कि एयरपोर्ट हो या रेलवे स्टेशन, बिजली-पानी हो या सड़क, सबकी रंगत बदल गई है। विश्वनाथ मंदिर के पास एक चाय की अड़ी पर जमी सियासी गोष्ठी में अधिवक्ता प्रह्लाद तिवारी कहते हैं कि मैंने बनारस में इतनी तेजी से बदलाव होते पहली बार देखा है। विजय गुप्ता बनारसी लहजे में कहते हैं कि “मजाक नाहीं हौ, देश का प्रधानमंत्री चुनले हईं, अपना बनारस तो आज विदेश में छाया हुआ है”।


कानून-व्यवस्था सुधरी तो सुधरे हालात

बनारस में कानून व्यवस्था के हालात पर चर्चा की तो गोदौलिया से लंका तक टोटो चलाकर अपना परिवार पालने वाली एक महिला ने बताया कि मैं अपने बीमार पति और तीन बच्चों की परवरिश के लिये दिन में टोटो चलाती हूं। पहले महिलाओं का सड़क पर निकलना मुश्किल था, लेकिन आज मै निडर होकर टोटो से सवारी ढोती हूं। संजय राय कहते हैं कि बनारस की सड़कों पर ट्रैफिक जाम का कारण बनने वाले भैंसों के झूंड अब गायब हैं, क्योंकि सारे तबेले शहर से बाहर कर दिए गए हैं।


विश्वनाथ कॉरिडोर के बिना चर्चा अधूरी

काशी-विश्वनाथ कॉरिडोर की चर्चा के बीच पता चला कि इधर धर्म-कर्म में लोगों की आस्था बढ़ी है। दर्शन पूजन और गंगा स्नान करने वालों की संख्या अचानक बढ़ गई है। मंदिर के आस-पास भी लोगों को काफी रोजगार मिलने लगा है। कोई माला, फूल और दूध बेच रहा है तो कोई श्रद्धालुओं को चंदन-टीका लगाकर ही अच्छी कमाई कर रहा है। काशी के विकसित घाटों पर भी अब आस्था का रंग गाढ़ा होने लगा है। बनारसी कचौड़ी और जलेबी का स्वाद लेने वाले भी बढ़ गए हैं। दरअसल कॉरिडोर बनने के बाद अब तक यहां 15.5 करोड़ से अधिक पर्यटक आ चुके हैं। कैंट से गोदौलिया चौक तक बन रहे रोप-वे पर काशीवासी मुग्ध हैं।


‘मोदी गंगापुत्र हैं, तो गंगा साफ क्यों नहीं हुई’

ऐसा नहीं है कि सभी बनारसी मोदीमय ही हैं। पेशे से चिकित्सक डॉ एस के दुबे कहते हैं, “मोदी ने बनारस के लिए किया ही क्या है? उन्होंने 2014 में कहा था कि मां गंगा ने उन्हें बुलाया है, लेकिन क्या पिछले 10 वर्षों में मां गंगा साफ हुईं? आज गंगा में डुबकी लगाना मतलब खुजली को दावत देना है”। सब्जी विक्रेता नरेश यादव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेरते हुए कहते हैं कि बाबा अपने सजातीय बाहुबलियों के घरों पर बुलडोजर क्यों नहीं चलाते?


प्रियंका-डिंपल करेंगी रोड शो

वाराणसी में प्रधानमंत्री मोदी का मुकाबला इंडिया गठबंधन के कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय से है। राय कहते हैं कि प्रधानमंत्री मातृशक्ति का वंदन कर रहे हैं और इसी काशी में बीएचयू की छात्रा के साथ दुष्कर्म हुआ, पर इस बिटिया का हालचाल नहीं जाना। 25 मई को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और सपा सांसद डिंपल यादव वाराणसी में अजय राय के समर्थन में रोड शो करेंगी। उधर 25 मई को ही प्रधानमंत्री भी वाराणसी पहुंचेंगे। 26 मई को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री माेहन यादव यादव बहिुल सीरगोवर्धनपुर में तो केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल बेनीपुर में सभा को संबोधित करेंगे।




Created On :   24 May 2024 9:19 PM IST

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