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Sangamner News: मौत के मुंह से पत्नी ने बचाई पति की जान, तेंदुए से एक घंटे चली लड़ाई

- तेंदुए के चुंगल से पति की जान बचाई
- मौत के मुंह से पत्नी ने बचाई पति की जान
Sangamner News. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से ऐन पहले संगमनेर के ग्रामीण इलाके चंदनपुरी में एक महिला ने तेंदुए के चंगुल में फंसे अपने पति की जान बचा ली। महिला शेरनी की तरह आगे बढ़ी और तेंदुए के चुंगल से पति की जान बचाई। गुरुवार देर रात के करीब एक से दो बजे के आसपास चंदनपुरी संगमनेर में तेंदुए के झपटने की रोमांचक घटना घटी है। सामने ही तेंदुए ने उनके पति पर हमला कर दिया और उनका हाथ काट लिया, और कुछ ही पलों में उसने गर्दन के पास जाने की कोशिश की, लेकिन चरवाहा रणरागिनी अपनी जान की परवाह किए बिना करीब एक घंटे तक तेंदुए से सीधा मुकाबला करती रही और आखिरकार पती को बचाने कामियाब हुई।जानकारी के मुताबिक चंदनापुरी के चंदू पुंजा दुधवड़े और उनकी पत्नी नंदा कार वस्ती इलाके में भेड़ चरा रहे थे। बुधवार शाम को उसने अपनी सभी भेड़ों को बाड़े में बंद कर दिया था। रात को खाना खाने के बाद दंपत्ति सोने चले गए। गुरुवार को आधी रात के बाद एक से दो बजे के बीच तेंदुआ सीधे वाघुर में कूद गया।
वहीं एक भेड़ पर हुए हमले के कारण भेड़ की तेज आवाज से मंदा की नींद खुल गई और उसने अपने पति चंदू को भी नींद से जगा दिया लेकिन इस बार तेंदुए के लिए भेड़ से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। तो तेंदुआ सीधे चंदू पर कूद पड़ा और उसे नीचे गिरा दिया। बाएं हाथ में कट लगने से चंदू जोर से चिल्लाया। इससे पत्नी नंदा आवाज की ओर दौड़ी तो सामने तेंदुआ पति के शरीर पर बैठा था। इस बार नंदा ने अपनी जान की परवाह किए बिना सीधे तेंदुए पर छलांग लगा दी और उसकी पूँछ को जोर से खींचने लगा लेकिन फिर भी तेंदुआ काट रहा था। इस बार नंदा ने सीधे तेंदुए का सिर पकड़ लिया। इसके बाद उसे डंडे से पीटा। नंदा ने करीब एक घंटे तक तेंदुए से संघर्ष किया और अपने पति को मौत के मुंह से बचा लिया। इसी बीच आसपास मौजूद मधुकर रहाने बाबासाहब रहाणे, शंकर रहाणे, बबन रहाणे दौड़कर मौके पर पहुंचे। घटना की जानकारी जैसे ही गांव के सरपंच भाऊराव रहाणे को हुई तो वह मौके पर पहुंचे और घायल चंदू को तुरंत गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। यहां प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें आगे के इलाज के लिए संगमनेर के कूटे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस दौरान चंदू के दोनों हाथों में चोटें आई हैं।
विक्रांत बुरांडे (वन संरक्षक) के मुताबिक जैसे ही हमें तेंदुए के हमले की जानकारी मिली, प्रभाग एक के वन परिक्षेत्र अधिकारी सचिन लोंढे के मार्गदर्शन में वनपाल नामदेव ताजने के साथ हम सभी घटनास्थल पर गए। इस बीच, हमने तेंदुए को कैद करने के लिए इलाके में दो पिंजरे लगाए हैं। इसके लिए हमें नागरिकों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। इसके साथ ही सुबह घटनास्थल पर तेंदुए द्वारा मारी गई भेड़ों का पंचनामा भी किया गया।
Created On :   8 March 2025 2:17 PM IST