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रामटेक: एसडीओ की टीम पर रेत माफिया का हमला, 12 किलोमीटर तक किया था वाहन का पीछा
- रेत माफिया का हमला
- बेखौफ एसडीओ की टीम का पीछा किया
- 8 टिप्पर तहसील कार्यालय में जब्त
डिजिटल डेस्क, रामटेक. भंडारा और मध्य प्रदेश क्षेत्र से अवैध रूप से रेत परिवहन करने वाले टिप्परों पर कार्रवाई के लिए घोटी टोक घाट पहुंचीं एसडीओ वंदना सवरंगपते व टीम पर रेत माफिया ने हथौड़ी से हमला कर कार से कुचलने का प्रयास किया। हमले में ज्यादा चोट नहीं आई है। घटना रविवार की सुबह करीब 11 बजे की है। 8 टिप्परों को चालक सहित पकड़ने के बाद एक अन्य टिप्पर का चालक भागने में सफल रहा। जब एसडीओ ने उसका करीब 10 से 12 किमी तक पीछा कर रोकने का प्रयास किया, तो नैनो कार के चालक ने एसडीओ और टीम पर कार चढ़ाने की कोशिश की। इस बात की जानकारी उपविभागीय राजस्व अधिकारी सवरंगपते ने अपने कार्यालय में आकर दी।
सरकारी वाहन रोकने का प्रयास
एसडीओ ने बताया कि टिप्पर का पीछा करते समय हरे रंग की नैनो कार का चालक एसडीओ के शासकीय वाहन को ओवरटेक कर सामने पहुंचा और शासकीय वाहन को आगे बढ़ाने से रोकने लगा। इस बीच मौका पाकर टिप्पर चालक भाग निकला। एसडीओ ने नैनो कार का वीडियो बनाया, जिसमें वाहन क्रमांक रिकॉर्ड होने के बाद टिप्पर का पीछा बंद कर किया। पकड़े गए 8 टिप्परों को तहसील कार्यालय में जब्त कर आवश्यक कार्रवाई शुरू की गई।
राॅयल्टी पास का दावा
एसडीओ ने बताया कि घटना की जानकारी तुरंत रामटेक पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस निरीक्षक ह्रदय नारायण यादव ने तहसील कार्यालय आकर विस्तृृृृृृत जानकारी ली। एसडीओ को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। एसडीओ ने बताया कि टिप्पर चालक राजनांदगांव (छग) प्रशासन का राॅयल्टी पास होने का दावा किया है, हालांकि इसकी मियाद खत्म हो चुकी हैं। छग की रॉयल्टी व पास की जांच की जाएगी।
पुलिस प्रशासन एवं तहसील कार्यालय में तालमेल का अभाव
तहसील में अवैध रेत यातायात के मामले में स्थानीय पुलिस और तहसील प्रशासन में तालमेल नहीं होने की बात उजागर हुई है। बताया जा रहा है कि अक्सर दोनों ही विभाग कार्रवाई के बाद ही एक-दूसरे से संपर्क करते हैं। कार्रवाई में पुलिस की मदद क्यों नहीं ली जाती, इस संबंध में तहसील के एक अधिकारी ने बताया कि कार्रवाई के सफल होने की गारंटी नहीं रहती। कार्रवाई की जानकारी लीक हो जाती है और रेत तस्कर पहले ही सतर्क हो जाते हैं। एसडीओ ने बताया कि पुलिस से शिकायत की गई है। फरार वाहनों की जांच जारी है। पकड़े गए वाहनों में ओवरलोड रेत पाई गई है।
पहले ही मिल जाती है सूचना
रेत तस्करों का नेटवर्क बहुत तगड़ा है। अधिकारियों के हलचल की पल-पल की खबर इन्हें होती है। कार्रवाई से पहले ही सतर्क हो जाते हैं, इसलिए रविवार की कार्रवाई गुप्त ढंग से की गई।
Created On :   15 Jan 2024 7:12 PM IST