Palghar News: सरकार बता रही मॉडल गांव, लेकिन पालघर जिले के इस गांव में बुनियादी सुविधाओं का भारी अभाव

सरकार बता रही मॉडल गांव, लेकिन पालघर जिले के इस गांव में बुनियादी सुविधाओं का भारी अभाव
  • खोमारपाड़ा में काफी हद तक बेरोजगारी दूर करने में कामयाबी हासिल कर ली
  • पालघर जिले के इस में बुनियादी सुविधाओं का भारी अभाव

Palghar News - भुवेन्द्र त्यागी/संजय सिंह ठाकुर। पालघर जिले की विक्रमगढ़ तहसील में स्थित आदिवासी गांव डोल्हारी बुद्रुक ग्रुप ग्रामपंचायत के अंतर्गत खोमारपाड़ा में रहने वाले लोगों ने एक शिक्षक की अगुवाई में भले ही काफी हद तक बेरोजगारी दूर करने में कामयाबी हासिल कर ली हो, लेकिन अब भी यह गांव डिजिटल दुनिया से कटा हुआ है| आजादी की तीन चौथाई सदी के बाद भी पर्याप्त बिजली, अस्पताल और इंटरनेट जैसी जरूरी सुविधाओं के लिए ग्रामवासी तरस रहे है| सूबे के मंत्री इस गांव के मॉडल को पूरे राज्य में लागू करने की बात कर रहे है, लेकिन मोबाइल फोन पर बात करने के लिए यहां के ग्रामीणों को कई किलोमीटर दूर जाना पड़ता है।

वही डोल्हारी बुद्रुक ग्रुप ग्रामपंचायत के सरपंच विलास गहला और ग्रामवासियों ने बताया कि एक वक्त था जब बारिश के बाद मजदूरी के लिए गांव के सभी लोग घरों में ताला लगाकर गांव को छोड़कर चले जाते थे और बारिश का मौसम खत्म होने के बाद वापस आते थे। इस गांव के लोगों ने एक शिक्षक बाबू मोरे की अगुवाई में सरकारी योजनाओं की सहायता से रोजगार पैदा कर लिए हैं।

बकरी पालन, मुर्गी पालन, मछली पालन, मोगरे के फूल की खेती, ककड़ी, लौकी, गवार और अन्य सब्जियों समेत कई फसलों की खेती कर ये लोग मजदूर से किसान बन गए। उनकी इस कामयाबी की चर्चा पूरे महाराष्ट्र में हो रही है| राज्य के तत्कालीन राज्यपाल रमेश बैस और अभी कुछ दिन पहले मंत्री भरत गोगावाले ने गांव का निरीक्षण करने के बाद ग्रामवासियों की तारीफ करते हुए कहा की गांव के इस मॉडल को वे पूरे महाराष्ट्र में लागू करेंगे। हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि उनका गांव आज भी तमाम मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। - पेज 3 भी पढ़ें

Created On :   17 Feb 2025 6:17 PM IST

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