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वाहन धकेलते हुए ले जाने की शर्त, गांधीग्राम के पुल से दोपहिया वाहन के आवागमन की अनुमति
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डिजिटल डेस्क, अकोट। अकोला मार्ग पर स्थित गांधीग्राम के पुल में दरार आने से इस पुल पर से यातायात को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। लेकिन चोहोट्टा परिसर के सर्व पक्षीय संघर्ष समिति के धरणा प्रदर्शन का संज्ञान लेकर राष्ट्रीय महामार्ग विभाग ने अब पुल पर से दोपहिया वाहन को संतुलित संख्या में यातायात के लिए सशर्त अनुमति दी है। हालांकि इस के बारे में अमल करने को लेकर राष्ट्रीय महामार्ग विभाग ने जिला प्रशासन को पत्र दिया है। अब पुल पर से यातायात का नियोजन करने की जीम्मेदारी जिला प्रशासन पर आई है।
गांधीग्राम के ब्रिटिशकालीन पुल को नीचे से दारार आने के बाद इस पुल पर से सभी तरह की यातायात पर प्रतिबंध लगाकर केवल पैदल आवागमन की अनुमति प्रशासन ने दी थी। वहीं गोपालखेड़ से दहीहांडा फाटा तक कच्चा मार्ग से यातायात को मोड़कर वैकल्पिक मार्ग दिया था। लेकिन इस मार्ग से दोपहिया वाहन छोड़कर बडे वाहन की यातायात करना जोखिमभरा साबित होने से नागरिकों में नाराजगी जताई जा रही थी। वहीं पुल पर से दुपहिया वाहन को आवागमन की अनुमति दी जाए और पुल के बाजु में ही अस्थाई तौर पर यातायात के लिए व्यवस्था की जाए, ऐसी मांग करते हुए चोहोट्टा परिसर के नागरिकों के साथ सर्वपक्षीय संघर्ष समितिने मनोहर शेलके और डा. पुरूषोत्तम दातकर के नेतृत्व में गांधीग्राम में धरणा प्रदर्शन भी शुरू किया था। यह आंदोलन बीते मंगलवार से कल सोमवार तक चला।
सोमवार को राष्ट्रीय महामार्ग विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम ने गांधीग्राम के पुल का जायजा लिया और प्रदर्शनकारियों से चर्चा कर उनका आंदोलन समाप्त किया। प्रदर्शनकारियों की मांगो के मद्देनजर ही सकारात्मक निर्णय का आश्वासन दिया गया। इतना ही नहीं इस विभाग के कार्यकारी अभियंता ने 21 नवंबर को जिला प्रशासन को पत्र भेजकर गांधीग्राम के पुल पर से दुपहिया वाहन को सशर्त अनुमतित देने और पुलिस प्रशासन को अपने स्तर पर निर्देशित करने को कहा गया है। इस पत्र के बाद आम जनता का राहत मिल गई है।
क्या है पत्र में {राष्ट्रीय महामार्ग विभाग अकोला की ओर से अकोला जिला प्रशासन को 21 नवंबर को ही तत्काल पत्र दिया गया। जिसमें कहा गया है कि गांधीग्राम के क्षतिग्रस्त पुल पर से जनता की स्वास्थ्य व शिक्षा विषयक समस्या को दूर करने के लिए पुल पर से दोपहिया वाहन के आवागमन को संतुलित संख्या में सशर्थ अनुमति दी गई है। 21 नवंबर को ही इस पुल का जायजा विशेषज्ञ कन्सलटंट ने लिया है। विशेषज्ञ कन्सलटंट ने 18 अक्टूबर 2022 से 21 नवंबर 2022 की सुबह तक पुल के पीअर सेटलमेंट और आर्च के क्रैक्स के निरीक्षण को ध्यान में लेते हुए पुल पर से एक समय में 2 से 4 दोपहिया वाहन को धकेलते हुए (पुल के आर्च की शेष क्षमता को ध्यान में रखते हुए ) ले जाने की अनुमति दे दी गई है। लिहाजा जिला प्रशासन स्तर पर से पुलिस प्रशासन को इस बारे में जानकारी दी जाए ताकि पुल पर उचित नियोजन किया जा सके, ऐसा इस पत्र में कहा गया है।
राष्ट्रीय महामार्ग विभाग अकोला की ओर से पुल पर से दोपहिया वाहन के आवागमन को संतुलित संख्या में सशर्थ अनुमति दी गई है। इस बारे में जिला प्रशासन के साथ साथ जिला पुलिस अधिक्षक और दहीहांडा पुलिस थाने को भी प्रतिलिपी भेज दी गई है।वहीं सार्वजनिक निर्माण विभाग अकोला के अधिक्षक अभियंता, आरटीओ अकोला इनको भी प्रतिलिपि भेज कर इस बारे में अवगत कराया गया है।
Created On :   23 Nov 2022 6:14 PM IST