जांजगीर-चांपा : अक्षय ऊर्जा आधारित योजनाओं का क्रियान्वयन क्रेडा के माध्यम से कराएं -कलेक्टर

डिजिटल डेस्क, जांजगीर-चांपा। कलेक्टर श्री यशवंत कुमार ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित कर कहा है कि वे अक्षय ऊर्जा आधारित योजनाओं का क्रियान्वयन स्वयं नहीं करें बल्कि इसका क्रियान्वयन शासन द्वारा अधिकृत नोडल एजेंसी क्रेडा के माध्यम से कराएं। जिला स्तरीय विभागीय अधिकारियों को जारी पत्र में कलेक्टर ने कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य में गैर पारंपरिक ऊर्जा स्रोत आधारित योजनाओं को प्रोत्साहित करने तथा इनसे संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) का गठन किया गया है। भारत सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा अक्षय ऊर्जा आधारित योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु क्रेडा को राज्य नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है,पत्थर में कलेक्टर ने कहा है कि कुछ विभागों द्वारा अक्षय ऊर्जा स्रोत आधारित योजनाओं के कार्य स्वयं निविदा आमंत्रित कर कराए जा रहे हैं, जो कि शासन के आदेश का स्पष्ट उल्लंघन है। कार्यो की गुणवत्ता, एकरूपता, संचालन, रखरखाव इत्यादि के कोई मापदंड का पालन नहीं करने के कारण भविष्य में इन संयंत्रों का अकार्यशील होना स्वाभाविक है। अक्षय ऊर्जा आधारित योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु क्रेडा को उत्तरदाई ठहराया जाता है जिससे क्रेड की छवि धूमिल होती है। कुछ विभागों द्वारा सौर संयंत्रों की स्थापना स्वयं के स्तर पर कराया गया है एवं निरीक्षण प्रतिवेदन क्रेडा को प्रस्तुत करने हेतु कहा गया है। जबकि कार्य क्रेडा के सुपरविजन में नहीं कराया गया है। कलेक्टर ने कहा है कि कार्य की गुणवत्ता उचित मापदंड अनुसार नहीं पाए जाने की दशा में इन संयंत्रों के अकार्यशील एवं संचालन, संधारण हेतु क्रेडा का उत्तर दायित्व नहीं होगा। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से कहा है कि जांजगीर-चांपा जिले के अंतर्गत अक्षय ऊर्जा आधारित योजना स्वयं क्रियान्वित नहीं करें अपितु इस हेतु राज्य की अधिकृत एजेंसी क्रेडा द्वारा कराना जाना सुनिश्चित करें।
Created On :   24 Nov 2020 2:29 PM IST