कन्हान नदी के बीच 16 घंटे चली अवैध रैम्प तोड़ने की कवायद

16 hours of illegal ramp breaking exercise between Kanhan river
कन्हान नदी के बीच 16 घंटे चली अवैध रैम्प तोड़ने की कवायद
वलनी रेत घाट की घटना कन्हान नदी के बीच 16 घंटे चली अवैध रैम्प तोड़ने की कवायद

डिजिटल डेस्क, पाटणसावंगी. बंद पड़े वलनी रेत घाट में रेत उत्खनन के पूर्व ही स्थानीय तहसील प्रशासन की कार्रवाई से रेत तस्करों के मंसूबों पर पानी फिर गया। विगत कुछ दिनों से इस रेत घाट पर कुछ रेत माफियाओं की सरगर्मी बढ़ गई थी। इसकी भनक सावनेर के तहसीलदार प्रताप वाघमारे को लगने पर उन्होंने गत तीन दिन से इस क्षेत्र में जांच शुरू की थी।   शुक्रवार को दोपहर में उनके ध्यान में आया कि, अज्ञात रेत तस्करों ने कन्हान नदी के बीच रेत उत्खनन के लिए एक बड़ा रैम्प तैयार किया है। तहसीलदार वाघमारे, नायब तहसीलदार गजानन जवादे, मंडल अधिकारी प्रवीण मेश्राम व टीम के साथ वहां पहुंचे और रैम्प को तोड़ने का प्रयास शुरू किया। रैम्प इतना मजबूत बनाया गया था कि, प्रशासन की जेसीबी मशीन उसे तोड़ने में असफल रही। बाद में पोकलेन की सहायता से रैम्प को पूरी तरह तोड़ा गया।

आपराधिक घटनाओं के लिए कुख्यात है यह क्षेत्र

ज्ञात हो कि, वलनी क्षेत्र आपराधिक घटनाओं के लिए कुख्यात है। यहां के कुछ आपराधिक प्रवृत्ति के लोग संगठित होकर रेत तस्करी का व्यवसाय करते हैं। इससेे पहले भी यहां रेत व्यवसाय से हुई रंजिश के चलते खून-खराबा हुआ है। ऐसे में शुक्रवार को हुई इस  कार्रवाई से रेत माफियाओं में खौफ है।

पुलिस की सक्रियता की जरूरत

वलनी क्षेत्र में कार्यरत रेत तस्करों में कुछ नाम काफी कुख्यात है। यहां पूर्व में काफी कम कार्रवाइयां हुई हैं। पुलिस विभाग को इस क्षेत्र में विशेष ध्यान देकर रेत तस्करों पर नकेल कसनी चाहिए। राजस्व विभाग को कार्रवाई का अधिकार है, लेकिन विपरीत परिस्थिति निर्माण होने पर उससे निपटने के पर्याप्त साधन उपलब्ध नही हैं। रेत चोरी को रोकने के अलावा इस विभाग को ओर भी प्रशासकीय कार्य देखने होते हैं, इसलिए पुलिस विभाग को एेसे संवेदनशील क्षेत्रों को रडार पर रख कर सक्रिय रहना जरूरी है।

जारी रहेगी कार्रवाई

प्रताप वाघमारे, तहसीलदार, सावनेर के मुताबिक कन्हान नदी में रैम्प बनाए जाने की जानकारी मिली थी। क्षेत्र में नजर रखकर मामले में किसकी सहभागिता है? यह पता लगाने का प्रयास किया गया। इस दौरान कोई भी सामने नहीं आने पर रैम्प को तोड़ने की कार्रवाई की गई। इसके बाद तहसील में कहीं भी रेत उत्खनन का प्रयास करते हुए पाए जाने पर संबंधितों पर एफआईआर दर्ज की जाएगी।

 

Created On :   27 March 2022 6:28 PM IST

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