विंध्याचल एकेडमी में वृक्षारोपण: जल जंगल जमीन हमारी अस्मिता के प्रतीक है - डॉ भूपेंद्र कुमार (वरिष्ठ पत्रकार, शिक्षाविद)

जल जंगल जमीन हमारी अस्मिता के प्रतीक है - डॉ भूपेंद्र कुमार (वरिष्ठ पत्रकार, शिक्षाविद)
हम यह संकल्प लेते हैं कि यदि वृक्ष एक जगह पर खड़े होकर इतने संसाधन उपलब्ध करा सकते हैं तो हम एक जीवित प्राणी होकर उनकी रक्षा व उनकी तरह साधन और संसाधनों का स्रोत बन सकते है।

डिजिटल डेस्क, भोपाल। विंध्याचल एकेडमी में दिनांक 11.7.2024 को नगर पुलिस द्वारा वृक्षारोपण किया गया और यह संकल्प लिया गया कि हम सब मिलकर अपने शहर को कंक्रीट में बदलने नहीं देंगे और जिस तरह एक मां अपने बच्चों के लिए वरदान होती है। इसी तरह से वृक्ष भी एक जगह पर खड़े होकर हमे अनेकों साधन व संसाधन उपलब्ध कराते हैं। हम यह संकल्प लेते हैं कि यदि वृक्ष एक जगह पर खड़े होकर इतने संसाधन उपलब्ध करा सकते हैं तो हम एक जीवित प्राणी होकर उनकी रक्षा व उनकी तरह साधन और संसाधनों का स्रोत बन सकते है। विद्यालय के तरफ से निर्देशिका डॉक्टर कुमकुम लीला, प्राचार्य मोहन राणा, उप प्राचार्य स्वाती वाघमारे एडमिनिस्ट्रेस रश्मि कुंडले वह जन संपर्क अधिकारी अलका द्विवेदी जी मौजूद रहे और उन्होंने बच्चों के साथ यह संकल्प लिया कि हम इन वृक्षों की रक्षा कर उन्हें बढ़ा करके पर्यावरण की सुरक्षा करेंगे।

संस्था के प्रबंधन अधिकारी श्रीमती सुनैना लीला वह शुभम लीला जी ने भी बच्चों को शुभाशीष प्रदान किया वह बच्चों को पेड़ पौधों की देखभाल कैसे की जाती है वह पौधों की पर्यावरण में क्या योगदान है इससे अवगत कराया। नगरीय पुलिस प्रशासन की ओर से डीपीसी यातायात संजय सिंह, एडिशनल डीसीपी यातायात वसंत कुमार कौल वह एसीपी यातायात विजय दुबे जी मौजूद रहे, विद्यालय मे आप सभी ने वृक्षारोपण के इस दिवस को रमणीय बना दिया और विद्यालय के बच्चों को पौधों को रोपण की विधि से अवगत कराया आप लोगों ने बच्चों के वृक्षारोपण की भागीदारी को सराहा और उन्हें शुभआशीष दिया।

विंध्याचल परिवार आप सभी पुलिस अधिकारियों का कृतज्ञ रहेगा जिन्होंने विद्यालयों को पौधे उपलब्ध करवाए और अपना समय पर्यावरण को और उसकी सुरक्षा को दिया। आपने न केवल इस पीढ़ी को वरन आने वाली पीढ़ी को भी एक संदेश अपने स्वर्णिम शब्दों में प्रदान किया। हम कृतज्ञ है एसीपी साहब विजय दुबे का जिन्होंने अपने शब्दों से वातावरण को मंगलमय कर बच्चों का मनोबल बढ़ाया और उन्हें वृक्ष को अपने ही सामान बड़ा करने की सुंदर-सुदेश से समारोह को विराम नहीं संचार किया जो सतत आगे निरंतर ही चलता रहेगा।

हम विंध्याचल परिवार इस बात का संकल्प लेते हैं कि "एक पेड़ मां के नाम" सदा स्मरणीय रहेगा मां को भेंट की गय यह पौध सदा मुस्कुराते रहें और हरे भरे रहें यह हमारा संकल्प है। विद्यालय के इस संकल्प चार चांद लगाने में वरिष्ठ पत्रकार शिक्षा विद डॉक्टर भूपेंद्र कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा जल.,जंगल ,जमीन हमारी अस्मिता के प्रतीक है हमें नैतिक जिम्मेदारी है की आने वाली पीढ़ी को हम स्वच्छ वातावरण प्रदान करें इसके लिए आवश्यक है बच्चों का संरक्षण हो।

Created On :   12 July 2024 12:35 AM IST

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