डब्ल्यूपीआई डेटा: थोक मुद्रास्फीति 8 महीने के उच्चतम स्तर पर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत की थोक मूल्य मुद्रास्फीति इस साल मार्च के बाद पहली बार डिफ्लेशन से बाहर निकल कर नवंबर में 0.26 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों ये बात पता चली है। यह आठ महीनों में थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) मुद्रास्फीति का उच्चतम स्तर है। हाल के महीनों में थोक कीमतें गिर रही थीं। अक्टूबर 2023 में डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति माइनस 0.52 प्रतिशत और नवंबर 2022 में 6.12 प्रतिशत थी।
खाद्य सूचकांक में 1.9 प्रतिशत की वृद्धि के साथ डब्ल्यूपीआई में वृद्धि हुई और सब्जियों की कीमतें महीने-दर-महीने 16.45 प्रतिशत बढ़ीं। प्याज की कीमतों में 41.3 फीसदी का उछाल आया। डब्ल्यूपीआई डेटा देश की खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर आधारित होता है, जो नवंबर में तीन महीने के उच्चतम स्तर 5.55 प्रतिशत पर पहुंच गई। आरबीआई खुदरा मुद्रास्फीति को ट्रैक करता है, जो उन कीमतों को दर्शाता है जो उपभोक्ता वास्तव में मौद्रिक नीति से संबंधित निर्णयों के लिए भुगतान करते हैं।
--आईएएनएस
अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|
Created On :   14 Dec 2023 3:30 PM IST