2,000 रुपये का नोट चलन से बाहर होने के पीछे ये हो सकते हैं कारण
2020 में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय बैंक ने 2,000 रुपए के एक नोट की छपाई पर 3.54 रुपए खर्च किए थे। शुक्रवार को, आरबीआई ने क्रमिक तरीके से 2,000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोट को वापस लेने की घोषणा की थी। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, 100 रुपये के नोटों को सबसे अधिक पसंद किया गया, जबकि 2,000 रुपये को लोगों द्वारा सबसे कम पसंद किया गया।
आरबीआई की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2012 में मुद्रा नोटों की छपाई के लिए 4,984.80 करोड़ रुपये खर्च किए थे, जो वित्त वर्ष 21 के दौरान खर्च किए गए 4,012.09 करोड़ रुपये थे। आरबीआई 2 रुपये, 5 रुपये, 10 रुपये, 20 रुपये, 50 रुपये, 100 रुपये, 200 रुपये, 500 रुपये और 2,000 रुपये के नोट जारी करता है। प्रचलन में 50 पैसे और 1 रुपये, 2 रुपये, 5 रुपये, 10 रुपये और 20 रुपये के सिक्के शामिल हैं। 1 रुपये का नोट भारत सरकार के वित्त मंत्रालय द्वारा जारी किया जाता है।
--आईएएनएस
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Created On :   20 May 2023 12:30 PM GMT