RBI Monetary Policy: आरबीआई ने रेपो रेट में 0.25% की कटौती की, लोन होगा सस्ता, कम हो जाएगी ईएमआई

आरबीआई ने रेपो रेट में 0.25% की कटौती की, लोन होगा सस्ता, कम हो जाएगी ईएमआई
  • रेपो रेट में 25 आधार अंक की कमी की गई है
  • अब रेपो रेट 6.50% घटकर 6.25% रह गया है
  • खुदरा महंगाई दर 4.8% पर रहने का अनुमान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक आज (07 फरवरी 2025, शुक्रवार) खत्म हो चुकी है। इसी के साथ आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा (Sanjay Malhotra) ने आम जनता को बड़ी राहत देते हुए रेपो रेट (Repo Rate) में कटौती की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि, रेपो रेट में 25 आधार अंक या 0.25 प्रतिशत की कमी की गई है।

आपको बता दें कि, आम जनता के लिए यह बड़ी राहत 5 साल बाद मिली है। रेपो रेट की समीक्षा के लिए 05 फरवरी से आरबीआई एमपीसी की बैठक शुरू हुई थी, जो 07 फरवरी तक हुई। बैठक में लिए गए निर्णय के बाद कम हुए रेपो रेट से लोगों को लोन मिलना सस्ता हो जाएगा। इसके साथ ही उनकी ईएमआई भी कम हो जाएगी।

रेपो रेट में कितनी कटौती

रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि, बैठक में अर्थव्यवस्था विकास को लेकर चर्चा की गई। इसी के साथ हमने बैठक में रेपो रेट को घटाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि, केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट में 0.25% की कटौती की है। इस कटौती के बाद रेपो रेट 6.50% घटकर 6.25% रह गया है।

जीडीपी का अनुमान

आरबीआई गवर्नर ने बताया कि वित्त वर्ष 25 में जीडीपी वृद्धि दर 6.4 प्रतिशत पर रह सकती है। वहीं, वित्त वर्ष 26 में जीडीपी विकास दर 6.7 प्रतिशत रह सकती है। अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी विकास दर 6.7 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 7 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 6.5 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 6.5 प्रतिशत रह सकती है।

खुदरा महंगाई दर

मल्होत्रा ने कहा कि, वित्त वर्ष 25 में खुदरा महंगाई दर 4.8 प्रतिशत पर रहने का अनुमान है, जो कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 4.4 प्रतिशत रह सकती है। सामान्य मानसून के कारण खुदरा महंगाई वित्त वर्ष 26 में 4.2 प्रतिशत पर रह सकती है। अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में महंगाई 4.5 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 4 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 3.8 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 4.2 प्रतिशत रह सकती है।

5 साल मिली यह राहत

यहां बता दें कि, इससे पहले आखिरी बार मई 2020 में रेपो रेट में 0.40% की कमी की गई थी। वहीं दो साल बाद मई 2022 में रेपो रेट को बढ़ाया था। इसके बाद फरवरी 2023 में रेपो रेट में 6.50% तक की बढ़ोतरी की गई थी। तब से लेकर पिछली MPC मीटिंग तक इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया था। पिछली मीटिंग दिसंबर 2024 में हुई थी।

Created On :   7 Feb 2025 10:59 AM IST

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