आपकी सुविधा के लिए सरकार उठाने जा रही है बड़ा कदम, अपने स्टॉक से देगी तकरीबन 80 करोड़ लीटर कच्चा तेल
- सरकार के पास 38 मिलियन बैरल कच्चा तेल का है इमरजेंसी स्ट्रैटजिक रिजर्व
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल के दामों में कमी देखने को मिल सकती है। इसका कारण है कच्चे तेल की कीमत। दरअसल, केंद्र सरकार ने अपने इंमरजेंसी स्ट्रैटजिक रिजर्व से 5 मिलियन बैरल कच्चा तेल बाजार में बेचने का निर्णय लिया है। सरकार के इस फैसले से कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आने की उम्मीदें है। जब हम 5 मिलियन बैरल को लीटर में कन्वर्ट करके देखते हैं तो यह आकड़ा लगभग 80 करोड़ लीटर तक आ जाता है। एक बैरल में 159 लीटर तक कच्चा तेल होता है।
सरकार के पास 38 मिलियन बैरल कच्चा तेल का है इमरजेंसी स्ट्रैटजिक रिजर्व (Emergency Strategic Reserve)
सूत्रों के मुताबिक भारत के पास 38 मिलियन बैरल कच्चा तेल का रिजर्व है जो देश के पूरब और पश्चिम कोस्टल एरिया में अंडरग्राउंड स्टोर कर रखा गया है। जिसमें से 5 मिलियन बैरल तेल अगले 7 से 10 दिनों के अंदर बाजार में बेचने के लिए उतारा जाएगा। भारत सरकार से पहले अमेरिका, जापान, चीन समेत कुछ और देशों ने भी कच्चे तेल की बढ़ती कीमत के मद्देनजर अपने रणनीतिक रिजर्व से कच्चा तेल बाजार में बेचने का फैसला किया है। इन देशों के इस फैसले के बाद से कच्चे तेल की बढ़ती कीमत पर लगाम भी लगी है।
पाईपलाइन से होगी सप्लाई
केंद्र सरकार अपने स्ट्रैटजिक रिजर्व (Strategic Reserve) में स्टोर कच्चा तेल मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स और हिदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन को बेचेगी, जिनकी रिफाइनरी इन रिजर्व से पाईपलाइन के जरिये जुड़ी हुई है।
जरुरत पड़ने पर बढ़ेगी सप्लाई
आम लोगों को महंगे ईंधन की मार से राहत देने के लिए, सरकार ने संकेत दिया हैं कि जरुरत पड़ने पर सरकार इन स्ट्रैटजिक रिजर्व से और कच्चा तेल बाजार में बेच सकती है।
Created On :   23 Nov 2021 7:30 PM IST