वोडाफोन आइडिया को 50,921 करोड़ रुपये का सबसे बड़ा तिमाही घाटा, सरकार से मांगी मदद
डिजिटल डेस्क, मुंबई। दूरसंचार ऑपरेटर वोडाफोन आइडिया ने गुरुवार को 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही में 50,921 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड नुकसान दर्ज किया। यह किसी भी भारतीय कंपनी का सबसे बड़ा क्वाटर्ली नुकसान है। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 4,874 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। एयरटेल को भी इस तिमाही में 23,045 करोड़ रुपये का बड़ा घाटा हुआ है।
कंपनी ने अपने आप को बाजार में बनाए रखने पर चिंता व्यक्त की है, और कहा कि अब वह सरकार की राहत पर निर्भर है। नतीजों के एक दिन पहले आदित्य बिड़ला समूह ने कहा था कि अगर सरकार समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) को लेकर 39,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की देनदारी पर बड़ी राहत नहीं देती, तो वह कंपनी में और निवेश नहीं करेगी। ऐसे में वोडाफोन आइडिया दिवालिया हो सकती है।
इस तिमाही एयरटेल को भी झटका लगा है। गुरुवार को जारी नतीजों के मुताबिक एयरटेल को जुलाई-सितंबर, 2019 तिमाही में 23,045 करोड़ रुपये का बड़ा घाटा हुआ है। वहीं पिछले साल की दूसरी तिमाही में कंपनी को 119 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। एयरटेल को भी AGR की वजह से इस तिमाही में तेज झटका लगा है। उसे AGR कुल 28,450 करोड़ रुपये चुकाने हैं।
सुप्रीम कोर्ट का एजीआर पर फैसला पिछले महीने आया था। सरकार का पक्ष यह था कि टेलीकॉम कंपनियों की सालाना एजीआर की गणना करने में गैर टेलीकॉम कारोबार से होने वाली आय को भी जोड़ा जाए। कोर्ट ने सरकार के पक्ष को मंजूरी दी थी। सालाना एजीआर के ही एक हिस्से का भुगतान टेलीकॉम कंपनी लाइसेंस और स्पेकट्रम शुल्क के रूप में करती है। इस फैसले का सबसे बुरा असर वोडाफोन इंडिया लिमिटेड पर पड़ा।
टेलीकॉम दिग्गज की संभावित दिक्कतों की चिंता से वोडाफोन आइडिया का शेयर बीएसई पर 20.27 प्रतिशत तक लुढ़ककर 2.95 रुपए पर बंद हुआ। जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 18.92 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3.00 रुपये पर आ गया।
Created On :   14 Nov 2019 6:57 PM GMT