नीरव मोदी का ED को ईमेल, पासपोर्ट निरस्त करने को बताया साजिश

My fate was decided with no regard to law says Nirav Modi
नीरव मोदी का ED को ईमेल, पासपोर्ट निरस्त करने को बताया साजिश
नीरव मोदी का ED को ईमेल, पासपोर्ट निरस्त करने को बताया साजिश

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक के 12,600 करोड़ के फ्रॉड का आरोपी नीरव मोदी चोरी करने के बाद अब सीनाजोरी पर उतर आया है। नीरव मोदी का पासपोर्ट निरस्त किए जाने की कार्रवाई को लेकर उसने प्रवर्तन निदेशालय (ED) को ईमेल किया है। ईमेल में नीरव मोदी ने साजिश करके अपना पासपोर्ट निरस्त करने का आरोप लगाया है। बता दें कि ED नीरव मोदी को फरवरी महीने में तीन बार समन भेज चुकी है। नीरव मोदी ने इन समन के जवाब में व्यस्तता का हवाला देते हुए पेश होने में असमर्थता जाहिर की थी।

ये लिखा ईमेल में
ED को लिखे मेल में नीरव मोदी ने कहा कि जिस तरह से पहले उनका पासपोर्ट सस्पेंड किया गया और फिर ईडी द्वारा पेश होने को कहने के तुरंत बाद ही निरस्त कर दिया गया, उससे लगता है कि उनके भाग्य का फैसला बहुत पहले कर दिया गया था। मोदी ने ईमेल में आगे लिखा है, "मेरे जवाब का इंतजार किए बिना ही जिस तेजी के साथ पासपोर्ट अथॉरिटी ने मेरा पासपोर्ट निरस्त किया, यह एजेंसियों की मंशा पर सवाल खड़े करता है।" वहीं मोदी ने कहा कि वह बिजनस की वजह से भारत से बाहर हैं और अपने क्रेडिटर्स और कर्मचारियों को हो रही परेशानियों का समाधान करने की कोशिश कर रहे हैं।

CBI जांच में हिस्सा लेने से इनकार
इससे पहले CBI ने नीरव मोदी से उसके आधिकारिक ईमेल के जरिए संपर्क किया था। इस ईमेल में नीरव को जांच में हिस्सा लेने की बात CBI ने कही थी। इस पर नीरव मोदी ने यह कहते हुए जांच में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया कि उन्हें अपने विदेश में चल रहे व्यापार पर ध्यान देना है। इसके बाद सीबीआई ने मोदी को एक और ईमेल लिखा और अगले हफ्ते तक जांच में हिस्सा लेने का निर्देश दिया। सीबीआई ने नीरव मोदी से कहा कि वह जिस भी देश में हैं, वहां के भारतीय दूतावास से तुरंत सम्पर्क करें। इसके अलावा एजेंसी ने मोदी की वापसी के इंतजाम करने की भी पेशकश की।

पहले लिखा था पत्र
वहीं पीएनबी प्रबंधन को 15/16 फरवरी को लिखे एक पत्र में नीरव मोदी ने कहा था कि उसकी कंपनियों पर बैंक का बकाया 5,000 करोड़ रुपये से कम है। पत्र के अनुसार, "" गलत तौर पर बतायी गई बकाया राशि से "मीडिया में होहल्ला हो गया और इसके चलते जांच एजेंसियों ने उसकी तलाश का काम शुरु कर दिया। पत्र में आगे लिखा गया है कि, ""इससे समूह पर बैंक के बकाया को चुकाने की हमारी क्षमता खतरे में पड़ गई है। उसने कहा, "" 13 फरवरी को की गई मेरी पेशकश के बावजूद बकाया को तत्काल पाने की व्यग्रता में बैंक ने जानकारी 14/15  फरवरी को सार्वजनिक की आपकी इस कार्रवाई ने मेरे ब्रांड और कारोबार को तबाह कर दिया और इससे अब बकाया वसूलने की आपकी क्षमता सीमित हो गई है।

Created On :   3 March 2018 10:31 PM IST

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