देश की आर्थिक हालत बिगड़ी, 5.8% से घटकर 5% हुई GDP
- अप्रैल-जून तिमाही में जीडीपी 5.8% से घटकर 5% हो गई है
- देश की आर्थिक हालत बिगड़ती हुई दिखाई दे रही है
- साढ़े छह साल में ये इकोनॉमी की सबसे धीमी गति है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश की आर्थिक हालत बिगड़ती हुई दिखाई दे रही है। चालू वित्त वर्ष 2020 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) घटकर 5% हो गई है। पिछले वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में आर्थिक विकास दर 5.8 फीसदी रही थी। जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में जीडीपी 8.2% थी। साढ़े छह साल में ये इकोनॉमी की सबसे धीमी गति है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने शुक्रवार को ये आंकड़े जारी किए।
देश के ऑटोमोबाइल समेत अन्य सेक्टर में सुस्ती का दौर देखने को मिल रहा है। ऑटो सेक्टर में प्रोडक्शन और सेल्स में लगातार गिरावट आ रही है। वहीं लाखों लोगों की नौकरियां जा चुकी हैं। इसी तरह एफएमसीजी और टेक्सटाइल सेक्टर भी मंदी जैसे हालात से गुजर रहे हैं। जीडीपी के गिरने का शेयर बाजार पर बुरा असर पड़ सकता है। इसके अलावा जीडीपी के घटने से उत्पादन घटेगा और रोजगार पर बुरा असर पड़ेगा। कृषि क्षेत्र में भी संकट बढ़ सकता है।
विभिन्न सेक्टर्स की हालत
- मैन्युफैक्चरिंग विकास दर में भी भारी गिरावट देखी गई है। मैन्युफैक्चरिंग में विकास दर 3.1% से घटकर 0.6% हो गई है। पिछले साल ये 12.1% थी।
- कृषि विकास दर पिछली तिमाही में 0.1% थी जो बढ़कर 2% पर पहुंच गई है। हालांकि पिछले साल इसी तिमाही में ये 5.1% थी।
- माइनिंग सेक्टर की ग्रोथ 4.2% के मुकाबले 2.7% रही है। पिछले साल इसी तिमाही में ये 0.4% थी।
- इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर की ग्रोथ 4.3% के मुकाबले 8.6% रही है। पिछले साल इसी तिमाही में ये 6.7% थी।
- कंस्ट्रक्शन सेक्टर की ग्रोथ 7.1% के मुकाबले 5.7% रही है। पिछले साल इसी तिमाही में ये 9.6% थी।
- ट्रेड और होटल सेक्टर की ग्रोथ 6% के मुकाबले 7.1% रही है। पिछले साल इसी तिमाही में ये 7.8% थी।
- फाइनेंशियल और रियल एस्टेट सेक्टर की ग्रोथ 9.5% के मुकाबले 5.9% रही है। पिछले साल इसी तिमाही में ये 6.5% थी।
- पब्लिक एडमिन और डिफेंस सेक्टर की ग्रोथ 10.7% के मुकाबले 8.5% रही है। पिछले साल इसी तिमाही में ये 7.5% थी।
- इंडस्ट्री सेक्टर की ग्रोथ 4.2% के मुकाबले घटकर 2.74% हो गई है।
- सर्विस सेक्टर की ग्रोथ 8.4% के मुकाबले घटकर 6.88% हो गई है।
रेटिंग एजेंसियों ने भी घटाया भारत की सालाना GDP का अनुमान
हाल ही में इंडिया रेटिंग्स ऐंड रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड ने भी भारत की सालाना जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 7.3 फीसदी से घटाकर 6.7 फीसदी कर दिया था। वहीं क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने साल 2019 के लिए भारत का जीडीपी ग्रोथ 6.2 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।
इससे पहले जापान की ब्रोकरेज कंपनी नोमुरा ने कहा था कि सर्विस सेक्टर में सुस्ती, कम निवेश और खपत में गिरावट से भारत की जीडीपी सुस्त हुई है। नोमुरा की रिपोर्ट के मुताबिक उपभोक्ताओं का विश्वास कम हो रहा है और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में गिरावट आई है।
Created On :   30 Aug 2019 12:23 PM GMT