क्या बनारस की जगह तमिलनाडु की इस सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे पीएम मोदी? दक्षिण भारत को लेकर क्या है बीजेपी की चुनावी रणनीति?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अगले साल लोकसभा चुनाव होने वाला हैं। उससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तमिलनाडु से चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गई है। लेकिन अभी तक बीजेपी की ओर से इसे लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। इसी बीच अटकलों का बाजार गर्म है। माना जा रहा है कि पीएम मोदी तमिलनाडु के रामनाथपुरम सीट से सांसद का चुनाव लड़ सकते हैं। इस समय यहां से सांसद कनि के. नवास हैं। नवास 2019 के लोकसभा चुनाव में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) की ओर से चुनाव लड़े थे। इस दौरान उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी को करीब 1 लाख वोटों से मात दी थी।
दक्षिण में बीजेपी की रणनीति
गौरतलब है कि रविवार को हैदराबाद के नामपल्ली में बीजेपी की उच्च स्तरीय बैठक के दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस मुद्दे को उठाया था। साथ ही उन्होंने इस बात को लेकर अपना तर्क रखते हुए कहा था कि अगर बीजेपी को दक्षिण में स्थापित करना है तो पीएम मोदी को किसी एक दक्षिण भारत राज्य से चुनाव लड़ने की योजना बनानी होगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस मुद्दे पर जब पार्टी नेताओं की बात जानी गई तो अधिकांश नेताओं ने रामनाथपुरम सीट को लेकर अपनी सहमति जताई। 2014 लोकसभा चुनाव से ही पीएम मोदी हिंदू प्रभाव वाली वाराणसी सीट से चुनाव लड़ते आ रहे हैं। जबकि, रामनाथपुरम में मुस्लिम वोटरों की संख्या बहुत ज्यादा है। ऐसे में पार्टी की कोशिश है कि अगर पीएम मोदी इस सीट से चुनाव लड़ते हैं तो पार्टी को इससे दक्षिण में मजबूती मिलेगी। इसी के साथ बीजेपी की एक नई छवि भी जनता के सामने पेश होगी।
जमीन तलाशने में जुटी बीजेपी
2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष रहने वाले जेपी नड्डा ने दक्षिण भारत राज्यों से बीजेपी को 50 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। ताकि, उत्तर भारत राज्यों में अगर पार्टी को नुकसान होता है तो उसे कवर किया जा सके। पार्टी लगातार दक्षिण भारत राज्यों में बेहतरीन प्रदर्शन करने की कोशिश कर रही है। बता दें कि, इसी साल के अंत तक मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ के अलावा दक्षिण भारत राज्य तेलंगाना में भी विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
तेलंगाना में बीजेपी जोर आजमाइश करती हुई नजर आ रही है। लगतार पार्टी के कई दिग्गज नेता तेलंगाना का दौरा कर रहे हैं। पार्टी कर्नाटक चुनाव हारने के बाद से ही दक्षिण भारत में अपनी खोई हुई जमीन को तलाशने में जुटी हुई है। बीते साल तेलंगाना के मुनुगोडे सीट पर उपचुनाव हुआ था। जहां पार्टी का प्रदर्शन बेहतर रहा था। नड्डा ने बताया कि तेलंगाना विधानसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी कम से कम दो बार यहां पर बैठक करेंगे।