केरल की राजनीति में जाना माना नाम ओमान चांडी, 53 साल से एक सीट पर कब्जा
- सीएम, नेता प्रतिपक्ष और 12 बार विधायक
- पांच दशक से पुथुपल्ली सीट पर कांग्रेस
- कॉलेज से राजनीति में हुए सक्रिय
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। 79 वर्षीय केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चांडी का आज मंगलवार 18 जुलाई को निधन हो गया। चांडी गले के कैंसर से पीड़ित थे। केरल की राजनीति में ओमान एक जाना माना नाम था। वे दो बार केरल के सीएम रहे। वे 12 बार विधायक के रूप में निर्वाचित हुए, उनका राजनीतिक सफर काफी शानदार रहा, उन्होंने कई अहम पदों पर रहकर काम किया। उनके निधन पर केरल सरकार ने मंगलवार को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा के साथ दो दिन का शोक भी घोषित किया है। केरल विधानसभा में सबसे लंबे समय तक विधायक रहने का रिकॉर्ड उन्हीं के नाम पर है।
आपको बता दें पूर्व सीएम ओमान चांडी का जन्म 13 अक्टूबर, 1943 को केरल के कोट्टायम जिले में हुआ था। उनके पिता का नाम केओ चांडी और मां का नाम बेबी चांडी था। ओमान ने एरनाकुलम के गवर्मेंट लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई की थी। कॉलेज के समय से ही उन्होंने राजनीति में शामिल होने का मन बना लिया था। उस समय से ही वे राजनीति में काफी सक्रिय रहा करते थे।
26 साल की उम्र में ओमान चांडी ने 1970 में पहली बार पुथुपल्ली सीट से चुनाव जीता था। इस सीट पर 53 साल तक उनका कब्जा रहा, 5 दशक से वो यहां से चुनाव जीतते रहे। वो एक भी चुनाव नहीं हारे। 2021 में उन्होंने अपना आखिरी चुनाव लड़ा था। 5 दशकों तक उनके जीतने के सिलसिले से पुथुपल्ली सीट लगातार कांग्रेस के पास रही। हालांकि अब पुथुपल्ली सीट पर कांग्रेस की स्थिति इतनी मजबूत नहीं है, जितनी चांडी के रहते हुआ करती थी। चांडी ने 1970, 1970, 1977, 1980, 1982, 1987, 1991, 1996, 2001, 2006, 2011, 2016 और 2021 में यहां से चुनाव लड़ा।
ओमान चांडी दो बार केरल के मुख्यमंत्री रहे, उनका सीएम कार्यकाल 2004 से 2006 और 2011 से 2016 के बीच रहा। सीएम पद की जिम्मेदारी संभालते हुए उन्होंने अपने कर्तव्य का निर्वहन किया। सीएम के अलावा ओमान 2006 से 2011 के बीच केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे। पामोलेन स्कैम और सोलर स्कैम में भी उनका नाम सामने आया था।