मोदी की यूएस यात्रा, अमेरिका की भारत से बड़ी अपील

  • चार दिवसीय अमेरिकी दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
  • अमेरिका, भारत और रूस
  • द कई अहम मुद्दों पर हो सकती है डील

Bhaskar Hindi
Update: 2023-06-21 08:20 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार दिवसीय अमेरिकी दौरे पर है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर पीएम मोदी की यूएस यात्रा को लेकर सभी उत्साहित है, लेकिन यात्रा के बीच तमाम भी कयास लगाए जा रहे है। कहा जा रहा है कि अमेरिका भारत और रूस के बीच किए जा रहे व्यापार को लेकर भारत से बंद करने को कह सकता है। हालांकि अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने भारत के सैन्य रक्षा उपकरणों के विविधीकरण पर भरोसा जताते हुए कहा है कि वाशिंगटन का औद्योगिक सहयोग का प्रस्ताव दोनों देशों के रक्षा उद्योगों को और अधिक एकीकृत करेगा। अमेरिका ने एक बार फिर भारत से रूस के साथ संबंधों को खत्म करने का आग्रह किया है। आपको बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन के निमंत्रण पर  21-24 जून तक अमेरिका की यात्रा पर गए हैं।

पेंटागन की उप प्रेस सचिव सबरीना सिंह ने मंगलवार को मीडिया को संबोधित किया सबरीना सिंह ने कहा हम प्रधानमंत्री मोदी का अमेरिका में स्वागत करते हैं। उनकी यात्रा को लेकर सभी उत्साहित हैं। अमेरिकी में पीएम मोदी की यात्रा को लेकर हाल ही में अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन भारत गए थे। वहां अमेरिकी रक्षा मंत्री ऑस्टिन ने अपने भारतीय समकक्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुलाकात की। ऑस्टिन की भारतीय यात्रा पर दोनों देशों के बीच कई अहम मुद्दों पर डील हुई हैं। इनकी घोषणा पीएम मोदी के अमेरिका दौरे पर की जाएगी।

सबरीना ने मॉस्को पर लगाए प्रतिबंधों को लेकर कहा कि अमेरिका अपने सभी भागीदारों और सहयोगियों से अनुरोध करता है कि वह रूस के साथ व्यापार के लेनदेन से बचें ,उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान संभावित रक्षा सौदों के एक सवाल के जवाब में कुछ कहने से बची। उन्होंने कहा कि व्हाइट हाउस की घोषणा से पहले कुछ नहीं कह सकती हूं।

आपको बता दें रूस- यूक्रेन युद्ध को लेकर कई पश्चिमी देशों ने  रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा रखे हैं, लेकिन अभी तक भारत इससे दूर रहा है। अमेरिका ने भी रूस पर बैन लगा रखा है, लेकिन भारत का  रूस के साथ अभी भी व्यापार जारी है। इसे लेकर अमेरिका अब पीएम मोदी से अपील कर सकता है। हालांकि आपको बता दें रूस भारत का  पुराना सहयोगी मित्र रहा है। 

अमेरिका की चिंता ,रूस के साथ भारत का व्यापार

अक्टूबर 2018 में भारत ने रूस से S-400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली की पांच इकाइयों की खरीद के लिए  5 अरब डॉलर के समझौते पर साइन किए थे।

दिसंबर 2021 में रूस ने मिसाइल सिस्टम की पहली रेजिमेंट की डिलीवरी की थी, जिसे पाकिस्तान और चीन सीमा से सटे इलाकों में तैनात किया गया था। 

भारत को सैन्य हार्डवेयर सप्लाई करने का रूस प्रमुख देश रहा है।

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