कर्नाटक में कांग्रेस आदिवासी नेता को बना सकती है मुख्यमंत्री !
कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की जीत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने एक युवा आदिवासी नेता को इस समुदाय में जड़ें जमाने की कोशिश में खूब प्रचार-प्रसारित किया था। पार्टी के पोस्टरों से लेकर उन्हें सत्ता में वापसी आने पर उपमुख्यमंत्री बनाने की कवायद की गई थी।
46 वर्षीय आदिवासी नेता सांसद बी श्रीरामुलु को एक प्रयोग के तौर पर बीजेपी ने चुनावी मंच में इस्तेमाल किया। लेकिन चुनाव के नतीजे बताते है कि आदिवासी समुदाय का वोट बीजेपी के पक्ष में दिखाई नहीं दिया। लेकिन सत्ता में वापसी न आने पर श्रीरामुलु के लिए बनी भाजपा की बड़ी प्लानिंग फैल हो गई।
आपको बता दें कर्नाटक में आदिवासी समुदाय का वोट बैंक करीब 35 सीटों पर असर डालता है। जिसमें से 15 सीटों खुद एसटी वर्ग के लिए आरक्षित है। बीजेपी इस बार एसटी वर्ग के लिए आरक्षित 15 सीटों में से एक भी सीट नहीं जीती। 14 पर कांग्रेस और 1 पर जेडीएस ने जीत हासिल की है। इस नतीजे से ये आसानी से कहा जा सकता है कि आदिवासी वोट बैंक बीजेपी ने नाराज है।
कर्नाटक के चुनावी नतीजों पर गौर करें तो पता चलता है कि राज्य में एसटी और एससी समुदाय ने बीजेपी को ठुकरा कर कांग्रेस के हाथ का साथ दिया है। विशेष तौर आदिवासी सीटों पर कांग्रेस की लहर चली है।
बीजेपी ने आदिवासी वोट को अपने पाले में करने के लिए पिछले साल अक्टूबर में एसटी आरक्षण को 3 फीसदी से 7 फीसदी बढ़ोतरी करने की घोषणा की थी। लोग राजनीतिक दलों की इस चालाकी को अब समझने लगे हैं कि कोटा बढ़ाने की घोषणा तो पार्टियां कर देती है। लेकिन मामला कोर्ट में जाकर अटक जाता है।
बीजेपी की आदिवासी प्लानिंग पर कांग्रेस आलाकमान विचार करते हुए नजर आ रहा है। क्योंकि कर्नाटक से आने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे एससी समुदाय से है। दूसरी तरफ कांग्रेस ने बहुमत में सत्ता वापसी आने के बाद भी प्रदेश में अभी तक मुख्यमंत्री के चेहरे का ऐलान नहीं किया। ऐसे में ये सवाल उठना लाजिमी है कि कांग्रेस हाईकमान अभी तक देरी क्यों कर रहा है। सीधे तौर पर इसका जवाब है कि नामों को लेकर आलाकमान मंथन कर रहा है। और संभावना लगाई जा रही है कि कांग्रेस इस बार कर्नाटक में किसी आदिवासी नेता को सीएम बना सकती है। जिसका फायदा कांग्रेस को इस साल के अंत में होने वाले 5 राज्यों में मिल सकता है। इनमें मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना, और मेघालय है। इनमें तीन प्रमुख राज्य मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में तो आदिवासी समुदाय सत्ता तक पहुंचने में अहम भूमिका निभाता है।
कांग्रेस विधायक दल ने भी मुख्यमंत्री नाम की जिम्मेदारी पार्टी हाईकमान पर छोड़ी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस आलाकमान कर्नाटक सीएम को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के कार्यकारी अध्यक्ष सतीश जरकिहोली के नाम पर विचार करने में जुटी है। सतीश जरकिहोली एक प्रमुख आदिवासी नेता है, सतीश ने यमकनमर्दी से लगातार चौथी बार जीत हासिल की है।
ये लेखक के अपने निजी विचार है।