एनुअल रिपोर्ट: Phonpe ने जारी की सालाना रिपोर्ट, वित्त वर्ष में रेवेन्यू में 73.8 फीसदी की तेजी, अब तक 22,000 से अधिक नौकरियां उपलब्ध कराईं

  • नेट लॉस में 28.6 फीसदी तक की गिरावट
  • देशभर में 22,000 से अधिक रोजगार दिए
  • 1,500 से अधिक इंजीनियरों को रोजगार

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-26 07:41 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म फोनपे (PhonePe) ने हाल ही में अपनी सालाना रिपोर्ट जारी की है। जिसमें कंपनी ने अपने विजन, रणनीति, शासन और वित्तीय प्रदर्शन को शेयर किया है। किसी स्टार्ट-अप द्वारा अपनी तरह की पहली पहल है। रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी का रेवेन्यू वित्त वर्ष 2024 में 5000 करोड़ से भी ऊपर पहुंच गया है।

कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि फोनपे देशभर में 22,000 से अधिक रोजगार पैदा किए हैं, इनमें देश के 1,500 से अधिक एक्सीलेंट इंजीनियरों को रोजगार दिया है। कंपनी का कहना है कि, फोन पे भारत की डीपीआई पहल को शुरू करने और भारतीय इंटरनेट इकोसिस्टम में उद्योग अग्रणी निवेश करने, वित्तीय समावेशन और डिजिटल विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध रहा है।

नेट लॉस में भी गिरावट आई

कंपनी के रेवेन्यू में 73.8 फीसदी की जबरदस्त तेजी के साथ यह 5064 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। जिसके बाद कंपनी का नेट लॉस में भी गिरावट आई है और यह 28.6 फीसदी घटकर 1996 करोड़ रुपए आ गया है, जो बीते साल 2795 करोड़ रुपए था।

कंपनी ने भारत में कई स्थानों पर बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर (जैसे सर्वर, डेटा सेंटर) में 2,800 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया है और इसका पूरा भुगतान टेक्निकल इंफ्रास्ट्रक्चर लोकल डेटा केंद्रों पर रन करता है, जो पूरी तरह से भारत में स्थित है।

फ्री मार्केट कॉम्पिटिश को बढ़ावा

रिपोर्ट के जारी होने पर फोनपे के सीईओ और संस्थापक, समीर निगम ने कहा, हमारा लक्ष्य इंटरनेट प्लेटफार्मों का निर्माण करना है, जो भारतीय नागरिकों को अपने जीवन को बेहतर बनाने में सक्षम बनाए। फ्री मार्केट कॉम्पिटिशन, जो प्रोडक्ट इनोवेशन और इंडियन कंज्यूमर इंटरनेट इकॉनमी में फ्री मार्केट कॉम्पिटिश को बढ़ावा देने पर है। इसका सबसे अच्छा एक्जाम्पल इंडस ऐपस्टोर का लॉन्च है, जो भारत का पहला एंड्रॉइड ऐपस्टोर है।

रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि कंपनी भारत के अधिकांश डीपीआई (डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर) पहलों की शुरुआती अपनाने वालों में से एक रही है, जिसमें यूपीआई, भारत बिल पे सिस्टम्स, अकाउंट एग्रीगेटर ओएनडीसी और अन्य मेड इन इंडिया डीपीआई इकोसिस्टम में फोनपे प्रमुख प्रदाताओं में से एक है।

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