भारतीय मूल की बर्खास्त मेटा वर्कर बोलीं - मैं हार नहीं मान रही
मेटा वर्कर भारतीय मूल की बर्खास्त मेटा वर्कर बोलीं - मैं हार नहीं मान रही
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मेटा ने पिछले साल नवंबर में जिन 11,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला, उनमें से एक भारतीय मूल की कर्मचारी भी हैं, जिन्होंने अपनी नौकरी खो दी है। सुष्मिता साहू, जिन्होंने सिंगापुर में एक टैलेंट एक्सेलेरेटर रिक्रूटिंग टीम में काम किया, ने अपने लिंक्डइन पोस्ट में लिखा : जबकि मैं अभी भी प्रक्रिया कर रही हूं कि क्या हुआ और मुझे सही शब्दों का सही नुकसान हो रहा है, मैं एक अवसर के लिए आभारी हूं। मैंने वहां कुछ अद्भुत लोगों के साथ काम किया।
उन्होंने कहा, मैं दुर्भाग्यपूर्ण मेटा छंटनी का भी एक हिस्सा हूं और मैं हमेशा उन लोगों की आभारी रहूंगी, जिनके पास मेरे लिए कोई नौकरी की सिफारिश है। मैं जवाब नहीं दे रही हूं!
सुष्मिता ने बीजू पटनायक इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, (बीआईआईटीएम), भुवनेश्वर से एचआर और मार्केटिंग में मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) की पढ़ाई की है। कंपनी में शामिल होने के करीब छह महीने बाद उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया था। एक अनुवर्ती पोस्ट में उन्होंने कंपनी के साथ और अधिक समय बिताने की इच्छा व्यक्त की।
सोर्सः आईएएनएस
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