कई एप्पल, गूगल ऐप्स में प्राइवेसी डेटा की कमी है
रिपोर्ट कई एप्पल, गूगल ऐप्स में प्राइवेसी डेटा की कमी है
डिजिटल डेस्क, सैन फ्रांसिस्को। इस साल की पहली तिमाही में ऐप स्टोर और प्ले स्टोर पर 50 लाख से अधिक सक्रिय ऐप्स का विश्लेषण करने के बाद एक नई रिपोर्ट बताती है कि उनमें से 10 प्रतिशत ऐप्स ने प्राइवेसी पॉलिसियों का पता नहीं लगाया है।
फ्रॉड प्रोटेक्शन फर्म पिक्सालेट के अनुसार, एप्पल को अपनी गोपनीयता नीतियों के बारे में डेटा जमा करने और उपभोक्ताओं को न्यूट्रीशन लेबल फॉर्मेट में दिखाने के लिए एप की जरूरत होती है। एप्पलइंसाइडर की रिपोर्ट के अनुसार, उस सुविधा के मद्देनजर, गूगल ने प्ले स्टोर पर भी इसका अनुसरण किया।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि 7,87,000 ऐप हैं जिनकी कोई गोपनीयता नीति नहीं है, जो गूगल के ऐप मार्केटप्लेस पर सक्रिय एप के 17 प्रतिशत और एप स्टोर एप के 13 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करते हैं।
हालांकि, रिपोर्ट में इस तथ्य को शामिल नहीं किया गया है कि एप्पल को ऐप डेवलपर्स को ऐप अपडेट के साथ गोपनीयता नीतियों को प्रस्तुत करने की जरूरत है। अगर किसी एप को कुछ समय से अपडेट नहीं किया गया है, तो इसमें प्राइवेसी रिपोर्ट का अभाव होगा।
यह संभावना है कि एप स्टोर पर कई एप छोड़ दिए गए हैं या अब सामान्य रूप से अपडेट नहीं किए गए हैं।
कुछ मामलों में एक डेवलपर जानबूझकर अपनी गोपनीयता नीतियों को रिकॉर्ड से दूर रखने के लिए एप अपडेट को रोक सकता है- लेकिन शायद यह आदर्श नहीं है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जिन 98 प्रतिशत एप्स ने गोपनीयता नीतियों का उल्लेख नहीं किया है, उनमें सेवा की शर्तो का भी अभाव है। यह भी पाया गया कि एप स्टोर पर लगभग 5,000 एप विज्ञापन बोली लगाने वालों के साथ एंड-यूजर आईपी जानकारी साझा करते हैं।
(आईएएनएस)
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.