जामटोला परिसर में फिर जंगली हाथियों ने मचाया उत्पात
लगाया डेरा जामटोला परिसर में फिर जंगली हाथियों ने मचाया उत्पात
डिजिटल डेस्क, कुरखेड़ा (गड़चिरोली) । तहसील के जामटोला परिसर में पिछले तीन दिनों से जंगली हाथियों के झुंड ने अपना ठिया जमाकर रखा है। रात होते ही झुंड के हाथी खेत परिसर में प्रवेश कर किसानों की फसलों को तबाह करने लगते है। गुरुवार की बीती रात को भी हाथियों के झुंड ने दर्जनों किसानों के खेतों में घुसकर धान की फसलों को जमकर नुकसान पहुंचाया। इस बीच कैलास चमरू मडावी नामक किसान के खेत में पहुंचकर हाथियों ने एक अस्थायी झोपड़ी को भी नेस्तानाबूत कर दिया। वर्तमान में भी हाथियों का झुंड इसी परिसर के कक्ष क्रमांक 242 में होने के कारण गांव के किसानों व नागरिकों में दहशतपूर्ण माहौल बना हुआ है। शुक्रवार सुबह से वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी नुकसानग्रस्त किसानों के खेतों में पहुंचकर पंचानामा के कार्य में जुटे हुए हैं।
बता दें कि, ओड़िसा राज्य से छत्तीसगढ़ होते हुए गड़चिरोली में प्रवेश करने वाले जंगली हाथियों ने गत शनिवार से जिले में एक बार फिर नुकसान पहुंचाना शुरू किया है। पिछले तीनों से हाथियाें का यह झुंड पुराड़ा वन परिक्षेत्र के तहत आने वाले रामगढ़ वनक्षेत्र के जामटोला परिसर में डेरा लगाए हुए हंै। बुधवार की रात से हाथियों ने अपना लक्ष्य धान की फसलों पर किया है। गुरुवार की रात हाथियों ने खेत परिसर में जमकर उत्पात मचाया। जामटोला निवासी कैलास मडावी, कलीराम नंदू होली समेत अन्य किसानों के खेतों में पहुंचकर हाथियों ने धान की फसलों को पूरी तरह तहस-नहस कर दिया है। इस झुंड में हाथियों की संख्या 10 के करीब होकर लगातार बढ़ रहीं नुकसान की घटना के कारण किसान संकट में आन पड़े हैं। वन परिक्षेत्र अधिकारी िडगोले, वनपाल एस. एल. कंकलवार, वनरक्षक सुरेश रामटेके, वनपाल ढवले, नरेंद्र टोकलवार समेत अन्य वन कर्मचारियों ने शुक्रवार की सुबह नुकसानग्रस्त किसानों के खेतों में पहुंचकर पंचनामा किया। जंगली हाथियों का तत्काल बंदोबस्त कर वित्तीय मदद देने की मांग नुकसानग्रस्त किसानों ने की है।