पन्ना टाईगर रिजर्व में पकड़ में नहीं आई माधव नेशनल पार्क शिफ्ट की जा रही बाघिन 

पन्ना पन्ना टाईगर रिजर्व में पकड़ में नहीं आई माधव नेशनल पार्क शिफ्ट की जा रही बाघिन 

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-11 10:34 GMT
पन्ना टाईगर रिजर्व में पकड़ में नहीं आई माधव नेशनल पार्क शिफ्ट की जा रही बाघिन 

डिजिटल डेस्क,पन्ना। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज शुक्रवार १० मार्च को एक बाघ और बाघिन को माधव नेशनल पार्क के बाडे में रिलीज किया। पार्क के बाडे में रिलीज किए गए बाघ सतपुड़ा से एवं बाघिन बांधवगढ़ से शिफ्ट हुए हैं। उक्त बाघ-बाघिन के साथ ही पन्ना टाईगर रिजर्व की बाघिन टी-६ की बेटी युवा बाघिन को भी आज पन्ना टाईगर रिजर्व से माधव नेशनल पार्क में शिफ्ट किया जाना था किन्तु पन्ना टाईगर रिजर्व प्रबंधन की तमाम कोशिश के बावजूद भी युवा बाघिन को पकडऩे के लिए पार्क प्रबंधन द्वारा जो योजना बनाई गई थी वह सफल नही हो सकी। पन्ना टाईगर रिजर्व से बाघिन को माधव नेशनल पार्क शिफ्ट करने के लिए पिछले दो-तीन दिनों से उसे पकडऩे के लिए तैयारियां की जा रही थी इस कार्य के संपादन के लिए भोपाल से वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी पहँुचे थे। आज शुक्रवार को सुबह जब योजना अनुसार बाघिन को घेरने के लिए रेस्क्यू टीम और हाथी पहँुचे तो हांथी को देखकर बाघिन आँख मिचौली करती हुई भाग गई जिसकी वहज से उसको बेहोश कर पिजड़े में रखकर वाहन से शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क शिफ्ट करने के लिए जो पूरा प्लान तैयार किया गया था वह सफल नहीं हो सका।

पन्ना टाईगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर बृजेन्द्र झा ने बताया कि बाघिन को पकडऩे के लिए शनिवार को फिर से प्रयास किए जायेगें। जानकारी के अनुसार शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में पूरे 27 साल बाद एक बार फिर से बाघों का संसार बसाने के लिए पन्ना, बांधवगढ से एक-एक बाघिन और सतपुडा से एक बाघ को माधव नेशनल पार्क भेजा जाना था लेकिन पन्ना की युवा बाघिन का चंचल स्वभाव होने के कारण पीटीआर प्रबंधन की पकड में नहीं आई। इसलिए पन्ना की बाघिन अब किसी कोई और डेट पर भेजी जाएगी। जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में स्थित माधव नेशनल पार्क में 1990-91 तक काफी संख्या में टाइगर हुआ करते थे लेकिन यहां वर्तमान समय मे एक भी बाघ नहीं है। इसलिए यहां पुन: बाघों की दहाड़ को सुनने के लिए बाघों को शिफ्ट किया जा रहा है। टाइगर प्रोजेक्ट के तहत यहां कुल पांच बाघों को बसाए जाने की योजना है। पहले चरण में यहां तीन बाघों को शिफ्ट किया जाना है। इसमें पन्ना बांधवगढ से एक-एक मादा टाइगर और सतपुडा से एक नर टाइगर को माधव नेशनल पार्क भेजा जा रहा है। पन्ना टाइगर रिजर्व से जिस बाघिन को माधव नेशनल पार्क भेजा जाना था वह बाघिन टी-6 की बेटी है।

Tags:    

Similar News