कोरोना संक्रमण के बीच प्रेरणा देती महिला पुलिसकर्मी की कहानी (सफलता की कहानी)!

कोरोना संक्रमण के बीच प्रेरणा देती महिला पुलिसकर्मी की कहानी (सफलता की कहानी)!

Bhaskar Hindi
Update: 2021-05-14 09:10 GMT
कोरोना संक्रमण के बीच प्रेरणा देती महिला पुलिसकर्मी की कहानी (सफलता की कहानी)!

डिजिटल डेस्क | इन्दौर प्रधान आरक्षक श्रीमती अनीता शर्मा ने पुलिसकर्मी होने का फर्ज कोरोना के कठिन काल में एक क़दम आगे बढ़कर निभाया है। उन्होंने जनता कर्फ्यू मे अपना फर्ज निभाने के लिए अपनी 180 दिन की छुट्टियां रद्द की है। यह छुट्टियां उन्होंने अपने बीमार बेटे की परवरिश के लिए ली थी। अनीता शर्मा इस चिलचिलाती गर्मी मैं लोगों को राहत देने के लिए रोजाना 80 से 100 लीटर कैरी का पना बाँट रही हैं। और यह कैरी पना वे खुद बनाती है।

श्रीमती अनीता शर्मा ने बताया कि उन्होंने 180 दिन की छुट्टियां ली थी लेकिन छुट्टी लेते ही कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से फैलने लगा और जनता कर्फ्यू लागू हो गया। यह देखकर उन्हें लगा कि मुझे घर पर नहीं बल्कि ड्यूटी में रहकर अपना फर्ज निभाना चाहिए। यह छुट्टियां उन्होंने अपने बेटे के लिए ली थी जिससे वह अपने बेटे की देखभाल कर पाए।

उन्होंने बताया कि जब घर वालों को यह पता चला कि मैं ड्यूटी पर जाना चाहती हूं तो सभी ने मना किया और कहा कि इस महामारी के समय मुझे घर रह कर अपने बेटे की परवरिश करना चाहिए। लेकिन उन्होंने इन दोनों के बीच सामंजस्य बैठाने का फ़ैसला किया। श्रीमती शर्मा इस गर्मी से राहत देने और इम्यूनिटी बूस्टर का काम करने वाले कैरी पना को पुलिसकर्मियों और सरकारी कर्मचारियों के लिए बटवा रही हैं। श्रीमती अनिता शर्मा थाना एम.जी. रोड में पदस्थ हैं।

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