तुअर के दाम 7500 रु. प्रति क्विंटल पर पहुंचते ही मंडी में उमड़ी किसानों की भीड़
अमरावती तुअर के दाम 7500 रु. प्रति क्विंटल पर पहुंचते ही मंडी में उमड़ी किसानों की भीड़
डिजिटल डेस्क, अमरावती। इस वर्ष नई तुअर मंडी में आने के बाद शुरुआती दौर में तुअर के दाम 6 हजार 550 रुपए क्विंटल से लेकर तो 7 हजार 551 रुपए तक पहंुचे थे। शुरुआती दौर में भाव बढ़ने की अाशा में किसानों ने नई तुअर घर में जमा कर रखी थी लेकिन जब यह अंदाजा लगाया गया कि इस वर्ष तुअर के भाव 7500 रुपए क्विंटल से ज्यादा नहीं मिल पाएंगे। तब पिछले पांच दिनों से अमरावती कृषि मंडी में तुअर की आवक बढ़ना शुरू हो गई। सोमवार 16 जनवरी को मंडी खुलने के बाद 7 हजार 501 रुपए दाम तुअर के घोषित हुए और दिनभर में 946 बोरे तुअर मंडी में लाई गई। 11 से कृषि मंडी में नए तुअर की आवक आना शुरू हुई। शुरुआत में ही नई तुअर को 5 हजार 550 रुपए से लेकर तो 7551 के भाव मिले। लेकिन पहले ही दिन मात्र 200 बोरे नई तुअर बाजार में किसानों ने बचने लाई थी। दूसरे दिन 12 जनवरी को नई तुअर को 7 हजार 400 रुपए का भाव मिला। लेकिन आनेवाले दिनों में भाव बढ़ने की आशा में किसानों ने तुअर मार्केट में नहीं निकाली। 12 जनवरी को 300 बोरे के करीब तुअर बाजार में आई। किंतु 14 जनवरी को तुअर के दाम तो कायम थे, लेकिन आवक में उछाल आ गया। शनिवार को 832 बोरे तुअर बाजार बंद होने तक बेचने लाई गई थी। वहीं सोमवार 16 जनवरी को जब बाजार खुला तो 946 नई तुअर के बाेरे मंडी में बेचने के लिए लाए गए थे।
सोयाबीन के दाम नहीं बढ़े तो मजबूर होकर निकाला बेचने के लिए
पिछले वर्ष सोयाबीन को सीजन खत्म होने के अंत में 7 हजार रुपए क्विंटल तक के दाम मार्केट में मिले थे। लेकिन इस वर्ष सोयाबीन को 5 हजार रुपए क्विंटल से ज्यादा भाव नहीं मिले। हालांकि मूसलाधार बारिश व अतिवृष्टि के कारण सोयाबीन की फसल काली पड़ने लगी थी। लेकिन उत्पादन काफी रहा। किसानों ने मार्केट में भाव बढ़ने की राह देखते सोयाबीन घर में रखा। लेकिन आखिर सोयाबीन 5 हजार रुपए क्विंटल के दाम में ही मजबूरन बेचने के लिए मार्केट में लाना शुरु कर दिया। शुक्रवार 13 जनवरी को 6 हजार 153 बाेरे सोयाबीन मार्केट में पहंुचा। शनिवार 14 जनवरी को 4 हजार 234 बोरे और सोमवार 16 जनवरी को जब बाजार खुला तो 7 हजार 343 बाेरे सोयाबीन किसानों ने कृषि मंडी में बेचने लाया था।