पदयात्रा निकालकर चंद्रपुर की जीवनदायिनी इरई में लगाई गुड़ी
नदी के गहराईकरण की मांग पदयात्रा निकालकर चंद्रपुर की जीवनदायिनी इरई में लगाई गुड़ी
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर । इरई नदी में आने वाली बाढ़ से बचने के लिए गहराईकरण की मांग को लेकर गुड़ी पाड़वा पर्व पर इरई बचाव जनआंदोलन की ओर से पदयात्रा, जलसत्याग्रह व नदी में गुढ़ी स्थापित कर गहराईकरण की मांग की गई। शहर से सटकर बहने वाली इरई नदी में प्रतिवर्ष आने वाली बाढ़, कुछ वर्ष में प्रलयकारी बाढ़ और अमृत योजना पिछले 5 वर्ष से रेंग रही है। इस वजह से हर वर्ष शहर वासियों को बरसात में बाढ़ और ग्रीष्मकाल में भारी जलसंकट का सामना करना पड़ता है। इसके बाजवूद प्रशासन और जनप्रनिधियों ने समस्या की अेार विशेष ध्यान नहीं दिया। इसलिए इरई बचाव जनआंदोलन इरई नदी व चंद्रपुर के लोगों को बाढ़ से बचाने के लिए पिछले 17 वर्ष से संघर्ष कर रही है। इसी क्रम में बुधवार को दाताला पुल से हडस्ती तक गहराईकरण की मांग को लेकर नगीनाबाग के फुले चौक से इरई पदयात्रा निकालकर नदी तल में जलसत्याग्रह, महिलाओं के हाथों गुड़ी स्थापित की।
साथ ही गहराईकरण की मांग की। इरई बचाव जनआंदोलन के संयोजक, वृक्षाई के संस्थापक कुशाब कायरकर के नेतृत्व किए आंदोलन में यूथ कांग्रेस के इंजी. रमीज शेख, नगमा पठान, सिरीन कुरेशी, जनविकास सेना के पप्पू देशमुख, अमूल रामटेके, गोलू दखने, प्रफुल बैरम, सेवादल महिला अध्यक्ष स्वाति त्रिवेदी, कांग्रेस की उषा धांडे, रतन शिलावार, अजय महाडोले, ताज करेशी, खुशाल लोढे, सतीश मालेकर, राष्ट्रवादी के संजय वैद्य, विठाई के महेश काहीलकर, संजीवनी कुबेर, इरई कन्या संगीता विधाते, कुसुम झाडे, स्वाति मेश्राम, आशा कायरकर, प्रतिभा कायरकर, मंदा काले, सुरेश विधाते, पांडुरंग गांवतुरे, तुकाराम झाडे, सतीश मालेकर, शीरीन कुरेशी, अनिस शेख, हामिद शेख,फजी उज जमा, फैजुुल्लाह खान, अमीन शेख आदि उपस्थित थे।