सुशांत सुसाइड केस: बिहार सरकार ने की CBI जांच की सिफारिश, रिया के वकील ने उठाए सवाल
सुशांत सुसाइड केस: बिहार सरकार ने की CBI जांच की सिफारिश, रिया के वकील ने उठाए सवाल
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) के सुसाइड मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की है। उन्होंने यह सिफारिश सुशांत के पिता केके सिंह (KK Singh) से बातचीत के बाद की है। सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर केके सिंह ने सीएम से आज ही बात की थी। अब इस मामले को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। वहीं रिया के वकील ने बिहार सरकार पर सवाल उठाए हैं।
The DGP spoke to #SushantSinghRajput"s father this morning and he gave consent for CBI inquiry. So now, we are recommending CBI probe in the matter: Bihar CM Nitish Kumar to ANI
— ANI (@ANI) August 4, 2020
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, सुशांत के पिता से बातचीत के तुरंत बाद ही मैंने पुलिस महानिदेशक को इस मामले की कागजी कार्रवाई करने और सीबीआई की अनुशंसा करने के कागजात तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा, यह मांग सभी की थी और सुशांत के पिता ने जो पटना में मामला दर्ज करवाया था, उसकी जांच यहां की पुलिस मुंबई जाकर कर रही थी लेकिन मुंबई में यहां की टीम को सहयोग नहीं मिल रहा था। ऐसे में सभी लोगों की मांग सीबीआई जांच की थी। उन्होंने संभावना व्यक्त करते हुए कहा, आशा है जल्द ही इस मामले की जांच सीबीआई करेगी। सीबीआई का दायरा बड़ा है।
I express gratitude towards Chief Minister Nitish Kumar for recommending CBI investigation in Sushant Singh Rajput death case: Niraj Kumar Singh, BJP MLA relative of #SushantSinghRajput pic.twitter.com/n7kMp022Ho
— ANI (@ANI) August 4, 2020
मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने की सीएम की अनुशंसा का राज्य के लगभग सभी राजनीतिक दलों ने स्वागत किया है। सुशांत के रिश्तेदार और भाजपा विधायक नीरज कुमार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार व्यक्त करते हुए कहा, सीएम ने करोड़ों फैन्स और परिवार की बातों को सुना और मामला CBI को सौंपने का काम किया। अब इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। बता दें कि, बिहार विधानसभा में भी सोमवार को सुशांत आत्महत्या का मामला गूंजा था और करीब सभी दलों ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी।
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा, यह जांच अदालत की निगरानी में होनी चाहिए। राजद ने सबसे पहले सीबीआई जांच की मांग की थी। उन्होंने एक बार फिर राजगीर में बन रही फिल्म सिटी का नाम सुशांत सिंह राजपूत के नाम पर करने की मांग दोहराई।
मुंबई पुलिस शुरू से सबूत मिटाने में जुटी
भाजपा प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने बिहार सरकार को इस निर्णय के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने आशा जताते हुए कहा, सीबीआई इस मामले की जल्द जांच करे, तभी रहस्य से पर्दा उठ सकेगा। बिहार सरकार के इस फैसले से बिहार के बेटे सुशांत, उनके परिवार, शुभचिंतकों व बिहार की न्याय की उम्मीद बढ़ गई है। उन्होंने कहा, महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस शुरू से ही इस मामले में सबूत मिटाने व साक्ष्यों से छेड़छाड़ में लगी थी।
"सीबीआई गुनहगारों को करेगी बेनकाब"
जदयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा, सुशांत की मौत और उसके पीछे की साजिश की जांच सीबीआई को सौंपकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनभावना का ख्याल रखा है। सीबीआई गुनहगारों को अब बेनकाब करेगी। उन्होंने कहा, बिहार पुलिस ने शुरुआती जांच में जिन तथ्यों को पाया, उसे सीबीआई जल्द अंजाम तक पहुंचाए, इसकी उम्मीद है। मुंबई पुलिस ने अगर बिहार पुलिस को सहयोग दिया होता तो सुशांत की मौत से जुड़ा सच सामने आ गया होता, लेकिन अब सीबीआई सच सामने लाएगी।
मुंबई पुलिस की कोशिश कोई सच्चाई तक न पहुंच पाए-वकील
सुशांत के परिवार के वकील विकास सिंह ने कहा, सीनियर पुलिस ऑफिसर जब बिहार से मुंबई पहुंचे तो उनको क्वारंटीन कर लिया, जो चार पुलिस ऑफिसर पहले के पहुंचे हुए हैं उनको भी क्वारंटीन करने के लिए घूम रहे हैं। मुंबई पुलिस की तरफ से कोशिश है किसी भी तरह से कोई एजेंसी सच्चाई तक न पहुंच पाए।
Basically, Mumbai Police is buying time to ensure that the evidence gets destroyed. So we decided that this matter should be given to CBI and Nitish Kumar had earlier promised that if the father wants a CBI probe, it will be handed it over to CBI: Vikas Singh https://t.co/S5ZxFaf0gT
— ANI (@ANI) August 4, 2020
नीतीश सरकार जबरन दखलअंदाजी नहीं कर सकती
बिहार सरकार द्वारा सीबीआई जांच की सिफारिश को लेकर कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि, नीतीश कुमार को दोबारा संविधान पढ़ना चाहिए, नीतीश कुमार या बिहार की सरकार जबरन पुलिस भेजकर महाराष्ट्र के अधिकार क्षेत्र में दखलअंदाजी नहीं कर सकती। अगर एक राज्य की पुलिस दूसरे राज्य में जाकर जांच करेगी तो अराजकता फैल जाएगी।
The Congress MLAs who are staying at the resort in Manesar should shun the hospitality and police security of the BJP govt in Haryana and return to the party, then we can hold talks: Randeep Surjewala, Congress. #Rajasthan pic.twitter.com/CM2kkqi4Go
— ANI (@ANI) August 4, 2020
केस सीबीआई को ट्रांसफर किए जाने की सिफारिश को लेकर रिया के वकील सतीश ने बिहार सरकार सवाल उठाए हैं। वकील का कहना है, ये केस सीबीआई को ट्रांसफर नहीं हो सकता क्योंकि बिहार पुलिस के इससे जुड़ने का कोई आधार नहीं है। यह केस उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता।
There can"t be transfer of a case which had no legal basis for Bihar to get involved. At most, it would be a "Zero FIR" transferable to Mumbai Police. Transfer of a case,on which they had no jurisdiction, to CBI has no legal sanctity:
— ANI (@ANI) August 4, 2020
Satish Maneshinde, #RheaChakraborty"s lawyer https://t.co/rHnq6zn0Pm
बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई टली
सुशांत मामले की बॉम्बे हाई कोर्ट में होने वाली सुनवाई भारी बारिश की वजह से टल गई है। यह सुनवाई एक जनहित याचिका पर होनी थी। इसमें केस को सीबीआई को दिए जाने की मांग उठी थी।
Hearing in PIL filed in Bombay High Court, seeking transfer of Sushant Singh Rajput"s death case to the Central Bureau of Investigation, postponed due to heavy rains in Mumbai. pic.twitter.com/0lHiOYWpTN
— ANI (@ANI) August 4, 2020
गौरतलब है कि, बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून को अपने मुंबई स्थित फ्लैट में मृत अवस्था में मिले थे। 15 जून को सुशांत का अंतिम संस्कार हुआ। पुलिस के मुताबिक, सुशांत ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। इसके बाद मुंबई पुलिस ने जांच प्रारंभ की। इस केस में लगातार सवाल उठे रहे हैं कि, सुशांत ने आखिर ऐसा क्यों किया।
इसी बीच सुशांत के पिता केके सिंह ने 25 जुलाई को पटना में एक मामला दर्ज करवाया था और इसके बाद बिहार पुलिस भी इस मामले की जांच कर रही है। केके सिंह ने एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। रिया पर एक्टर के पिता ने कई आरोप लगाए हैं। एफआईआर के बाद रिया सुप्रीम कोर्ट पहुंचीं और याचिका दायर कर मामले को मुंबई ट्रांसफर करने की मांग की।
वहीं मामले की जांच के लिए बिहार पुलिस की एक टीम मुंबई पहुंची लेकिन कहा गया कि, मुंबई पुलिस, बिहार पुलिस की जांच में मदद नहीं कर रही है। इसी दौरान बिहार से मुंबई पहुंचे आईपीएस अफसर को क्वारंटीन कर दिया गया। जिसके बाद से मुंबई पुलिस शक के घेरे आ गई है। हालांकि शुरू से ही इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग उठ रही थी।
सुशांत सिंह के परिवार के वकील विकास सिंह ने मुंबई पुलिस पर जांच में सहयोग न करने और जांच में बाधा डालने का आरोप लगाया है। विकास सिंह ने कहा, मुंबई पुलिस जांच में अड़ंगा लगा रही है। जांच अधिकारियों को काम नहीं करने दिया जा रहा, ऐसे में आरोपी को फायदा मिलता है।