भक्ति, ज्ञान, वैराग्य और त्याग सिखाती है श्रीमद् भागवत कथा: प्रभु दास जी महराज
शाहनगर भक्ति, ज्ञान, वैराग्य और त्याग सिखाती है श्रीमद् भागवत कथा: प्रभु दास जी महराज
डिजिटल डेस्क, शाहनगर नि.प्र.। शाहनगर विकासखंन्ङ के देवरी ग्राम में श्रीमद भागवत कथा का आयोजन शुक्ला परिवार के द्वारा कराया जा रहा है। आयोध्या धाम से पधारे कथा व्यास प्रभु दास जी महराज श्रीमद्भागवत कथा का वाचन कर रहे हैं। कथा के दौरान बताया गया कि जीवन में श्रीमद्भागवत कथा हमें क्या सिखाती है आखिर ऐसे आयोजनों से क्या लाभ होता है। इन सवालों के जवाब हमें भागवत शब्द के विच्छेद से पता चलता है। भ से भक्ति, ग से ज्ञान, व से वैराग्य और त से त्याग यानी जिस कथा में भक्ति, ज्ञान, वैराग्य सिखाया जाये उसे श्रीमद भागवत कथा कहते हैं एवं व्यक्ति को त्याग, तपस्या के मार्ग से मोक्ष मिल सके। जिस प्रकार रामायण हमें जीना सिखाती है, महाभारत हमें रहना और गीता हमें कार्य करने का उपदेश देती है उसी प्रकार श्रीमद. भागवत कथा का सबसे बड़ा लाभ यह है कि हमें जीवन के अंत समय में किस तरह और क्या कार्य करना चाहिए यह इस कथा से सीखने को मिलता है। इस अवसर पर प्रथम श्रोता रामप्रसाद शुक्ला एवं उनकी धर्म पत्नी श्रीमति मूलवती शुक्ला सहित नगरवासी शामिल रहे।