श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन कथा व्यास ने श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का किया वर्णन
पन्ना श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन कथा व्यास ने श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का किया वर्णन
पहाडीखेरा नि.प्र.। पन्ना के पहाडीखेरा में सेन परिवार द्वारा आयोजित सप्तदिवसीय संगीतमयी श्रीमद्भगावत कथा का आयोजन १२ अप्रैल से वाद्ययंत्रो के साथ किया जा रहा है। पांचवे दिन की कथा में वृदावन धाम से पधारे बाल व्यास गोकर्ण जी महाराज द्वारा भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न बाल लीलाओं और रास लीला का भावपूर्ण वर्णन किया गया। उन्होंने श्रीकृष्ण जन्म कथा के बाद कथा को आगे बढाते हुए पूतना वध, यशोदा माँ के साथ बालपन की शरारतें, भगवान श्रीकृष्ण का गौ प्रेम, कालिया नाग का मान मर्दन, माखन चोरी, गोपियों का प्रसंग सहित अन्य कई प्रसंगों का कथा के दौरान वर्णन किया। उन्होंने कहा कि आमंत्रण मिलने के बाद भगवान श्रीकृष्ण के बडे भाई बलराम जी के साथ मथुरा को प्रस्थान करते है। श्रीमद्भागवत कथा के दौरान कथा व्यास जी के द्वारा बीच-बीच में सुनाई गई भजनों से श्रोतागण भावविभोर हो रहे है। उन्होंने कहा कि भागवत कथा विचार, वैराग्य ज्ञान और हरि से मिलने का मार्ग बता देती है। कलियुग की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि कलियुग में मानस पुण्य सिद्ध होते है परंतु मानस पात्र नहीं होते कलियुग में हरिनाम से ही जीव का कल्याण हो जाता है। इसके लिए कठिन तपस्या और यज्ञ आदि करने की आवश्यकता नहीं है। इस अवसर पर कथा के आयोजक कौशल प्रसाद सेन उनकी धर्म पत्नी संपत बाई सेन, पुत्र नत्थू व नीतू सेन सहित पहाडीखेरा व क्षेत्र के सैकडों श्रद्धालु कथा सुनकर पुण्य लाभ अर्जित कर रहे हैं।