वर्धा नदी में मोटर बोट से हो रहा रेत का अवैध उत्खनन
छापा वर्धा नदी में मोटर बोट से हो रहा रेत का अवैध उत्खनन
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। जिले के विविध रेत घाटों पर नियमों की धज्जियां उड़ाकर बड़े पैमाने पर अवैध रूप से उत्खनन शुरू है। घुग्घुस परिसर के नकोड़ा समीप वर्धा नदी घाट पर अवैध रूप से उत्खनन की शिकायत मिलते ही चंद्रपुर उपविभागीय अधिकारी की नेतृत्व वाली टीम ने छापा मारकर एक मोटर बोट जब्त की। इतना ही नहीं वेकोलि की जमीन से एक जेसीबी, एक पोकलेन व रेत का भंडारन जब्त किया गया।
घुग्घुस शहर समीप वर्धा नदी घाट में अवैध रेत उत्खनन की शिकायतें बढ़ गई थीं। शिकायतों को देखते हुए 30 जनवरी की देर शाम चंद्रपुर के उपविभागीय अधिकारी मुरूगानंथम के नेतृत्व वाली टीम ने नकोड़ा घाट पर छापा मारा। जहां एक मोटर बोट द्वारा अवैध उत्खनन शुरू पाया गया। साथ ही वेकोलि की जगह से रेत घाट पर जाने के लिए रैम्प तैयार कर नदी से अवैध रेत उत्खनन शुरू पाया गया। वहां से सटकर ही वेकोलि की मालिकाना स.नं.56 में एक जेसीबी, एक पोकलेन मशीन व करीब 40 ब्रास रेत का भंडार बरामद हुआ। अवैध उत्खनन में लिप्त सभी वाहन व सामग्री जब्त की गई। उक्त वाहन मालिकों पर व अवैध रेत भंडारन किए संबंधितों पर प्रशासन द्वारा नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी, ऐसी जानकारी एसडीओ ने दी।
एसडीएम की रेकी कर रहे हैं रेत तस्कर!
बता दें कि, चंद्रपुर उपविभागीय अधिकारी ने रेत तस्करी के खिलाफ कार्रवाई का दौर शुरू किया है, जिससे रेत तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है। कार्रवाई रोकने के लिए तस्करों द्वारा हर हथकंडे अपनाए जा रहे हंैै परंतु इस ओर नजर अंदाज कर अवैध व नियमाें को दरकिनार कर रेत उत्खनन करनेवालों पर कार्रवाई का सिलसिला जारी रखा है। सूत्रों ने बताया कि, सुबह से लेकर रात तक एसडीएम कहां-कहां जाते हंै? इस पर नजर रखने के लिए तस्करों के 20 से 30 लोग निगरानी में लगे रहते हैं। कार्रवाई का डर इतना बढ़ गया है कि, जिले के अन्य तहसीलों से रेत घाट से निकलनेवाले वाहनों ने चंद्रपुर शहर के मार्ग से जाना छोड़ दिया है। मुल, सिंदेवाही, ब्रह्मपुरी के घाटों से जो दिन-रात बिना रॉयल्टी के वाहन चंद्रपुर से पास होता था, लेकिन अब यहां से आना बंद हो गया है। अब तक 20 से 25 वाहन एसडीओ ने पकड़े हंै।