घरकुल के लिए सैकड़ों महिलाओं ने दी मनपा कार्यालय पर दस्तक
गुहार घरकुल के लिए सैकड़ों महिलाओं ने दी मनपा कार्यालय पर दस्तक
डिजिटल डेस्क, अमरावती। रमाई आवास योजना के तहत घरकुल का लाभ लेनेवाले लाभार्थियों के लिए बीपीएल प्रमाणपत्र की शर्त लगाई गई है। लेकिन जिन लोगों के पास यह प्रमाणपत्र नहीं है वे घरकुल योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। रमाई अावास योजना के लिए लगाई गई यह बीपीएल प्रमाणपत्र की शर्त रद्द करने की मांग करते हुए सैकड़ों महिलाओं ने प्रहार के नेतृत्व में मनपा कार्यालय पर दस्तक देते हुए निगमायुक्त के कक्ष का तकरीबन आधा घंटे तक घेराव किया। उसके बाद प्रहार के शहर प्रमुख बंटी रामटेके के नेतृत्व में निगमायुक्त को घर की प्रतिकृति के साथ ज्ञापन सौंपा गया। प्रहार जनशक्ति संगठन ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को घरकुल मंजूर होने के बाद 13 से 14 हजार रुपए राशि स्वयं खर्च करनी पड़ती है और वर्क ऑर्डर मिलने के बाद 70 से 80 हजार रुपए प्लिंथ के निर्माण के लिए अपने पास सेे ही खर्च करने पड़ते हैं।
सामान्य व्यक्ति के लिए इतनी राशि खर्च कर पाना संभव नहीं। साथ ही शहर में सभी के पास बीपीएल प्रमाणपत्र नहीं हैं। यह प्रमाणपत्र नहीं रहने से अधिकांश लोग रमाई आवास योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। शहर के अधिकांश झोपडपट्टी धारकों को अब तक पीआरकार्ड मुहैया नहीं करवाया गया है। पीआर कार्ड न होने े के कारण यह लोग घरकुल का लाभ नहीं उठा पा रहे। इस कारण संबंधित विभाग से समन्वय कर झाेपड़पट्टी में रहनेवाले लोगों को पीआर कार्ड मुहैया करवाने की मांग इस समय की गई। आंदोलन में प्रहार के महानगर प्रमुख बंटी रामटेके, जिला महासचिव शेख अकबर, संपर्क प्रमुख गोलु पाटील व संगठन प्रमुख श्याम इंगले के साथ ही अभिजीत गोंडाणे, योगेश कावरे, उमेश मेश्राम, रावसाहब गोंडाणे, राम करुले, शेषराव घुले, अजय तायडे, नंदू वानखडे, विक्रम जाधव, सुधीर मानके, सागर मोहोड, कुणाल खंडारे, ऋषभ मोहोड, पंकज सुरडकर, मनीष पवार, सौरभ रत्नपारखी, आकाश जगदाले, विशाल ठाकुर, तन्मय पाचघरे, सतीश चवरे, अनिता सोमकंुवर, वैशाली गावंडे, मोना परलकर, उषा गायकवाड, कविता भुसुम, पंचशीला मोहोड, सायना गवली, सरला दुरिया, उषा ब्राह्मणकर, अंजना दवाले, दिनकर गोपटे, गीता साहू, मंदा अंबाडकर आदि ने हिस्सा लिया।