अमरावती में शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय को मिली मंजूरी
उम्मीद अमरावती में शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय को मिली मंजूरी
डिजिटल डेस्क, अमरावती । अमरावती में 6 वर्ष पहले विभागीय मुख्यालय होने के बावजूद शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय नहीं रहने से उसे बनाने को लेकर वर्ष 2016 में आंदोलन की शुरुआत हुई। लगातार संघर्ष से केंद्र से मंजूरी लेकर अमरावती में अंजनगांव बारी मार्ग पर महाविद्यालय बनाने के लिए जगह निश्चित हुई। महाविकास आघाड़ी सरकार के कार्यकाल में तत्कालीन वित्त मंत्री अजीत पवार ने निधि की घोषणा भी कर दी। अमरावती शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय राजनीतिक श्रेय की छीनाझपटी का शिकार हो गया। आखिरकार उच्च तकनीकी शिक्षा मंत्री गिरीश महाजन ने एक कार्यक्रम में अमरावती में चिकित्सा महाविद्यालय शुरू करने की घोषणा कर दी। इससे इस दिशा में प्रयास करनेवाले नेताओं के चेहरे खुल गए और फिर एक बार अमरावती चिकित्सा क्षेत्र में एक बड़ा शिक्षा का हब निर्माण होने की उम्मीद जाग गई।
अमरावती में शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय बनाने की मांग भाजपा के वर्तमान शहराध्यक्ष किरण पातुरकर ने वर्ष 2016 में की थी। तत्कालीन विधायक डॉ. सुनील देशमुख, जिले के पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटील, तत्कालीन सांसद आनंदराव अडसूल आदि को साथ लेकर काफी प्रयास किए थे। राजकमल चौराहे पर हस्ताक्षर अभियान चलाकर 1 लाख लोगों के हस्ताक्षर का पत्र केंद्र को सौंपा गया। जिले की सभी स्थानीय निकाय संस्था, ग्राम पंचायत आदि की सभाओं में अमरावती में शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय का मुद्दा रखा। इस आंदोलन को भाजपा सहित अन्य सभी दलों का समर्थन रहा। शुरुआती दौर में नांदगांव पेठ के निकट बोरगांव धर्माले गांव के पास वैद्यकीय महाविद्यालय के लिए जगह लगभग निश्चित हुई थी। किंतु बाद में अंजनगांव बारी मार्ग पर लगभग 16000 वर्ग फीट की जगह शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय के लिए निश्चित की गई। केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार तक सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों के सर्वे, रिपाेर्ट सभी प्राप्त होने के बाद जब अमरावती शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय की अधिकृत घोषणा होनेवाली थी, तब पहली बार अमरवती का नाम शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय की सूची से कम कर उसे सिंधुदुर्ग में स्थापित करने की घोेषणा कर दी। आघाड़ी सरकार के कार्यकाल में तत्कालीन वित्त मंत्री अजीत पवार ने अमरावती शासकीय महाविद्यालय के लिए निधि की घोषणा की थी लेकिन वह निधि अब तक प्राप्त नहीं हुआ। इसी बीच अब राज्य के उच्च तकनीकी शिक्षा मंत्री गिरीश महाजन ने राज्य में बनने वाले जिन 12 चिकित्सा महाविद्यालयों का नाम लिया, उसमें अमरावती का समावेश प्राथमिकता से किया गया है।