गड़चिरोली : तुअर की फसल पर इल्लियों का प्रकोप
किसान परेशान गड़चिरोली : तुअर की फसल पर इल्लियों का प्रकोप
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। जिले में कभी बदरीला मौसम, तो कभी हल्की ठंड के चलते तुअर की फसल पर इल्लियों का प्रकोप बढ़ने लगा है। फसल को बचाने के लिए किसान कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव कर रहे हैं। लेकिन इल्लियों पर इसका कोई असर नहीं हो रहा है। जिले में खरीफ सीजन में हुई अतिवृष्टि के कारण बाढ़ स्थिति निर्माण होकर फसलों का भारी नुकसान हुआ। वहीं किसानों को दोबारा फसलों का बुआई करना पड़ा। जिससे खरीफ सीजन के उत्पादन कम हुआ है। जिससे किसान चिंतित है। अब किसानों के सामने एक नए संकट ने दस्तक दे दी है।
किसानों की ओर से बुअाई की गई तुअर, चना व मक्का फसलों में इल्ली के प्रकोप ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हंै। कृषि विभाग की ओर से किसानों को अपनी फसल की रक्षा के लिए मार्गदर्शन करने की आवश्यकता है। बता दें कि, जिले में तीन दिन से बदरीली मौसम बना हुआ है। ऐसे में फसलों पर कीटों का प्रकोप अधिक दिखाई दे रही है। वर्तमान तुअर फसल अंतिम चरण में है। ऐसे में कीटों का प्रकोप होने से किसान सुबह-शाम कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव कर फसल की रक्षा कर रहे हैं।
उत्पादन पर पड़ेगा असर : जिले में मौसम में हो रहे परिवर्तन का असर रबी सीजन की फसलों पर साफ दिखाई दे रहा है। जिससे खेतों में खड़ी तुअर, चने व मक्के की फसल में इल्ली लगने लगी है। इससे किसानोें की फसल प्रभावित हो रही है। इल्ली के प्रकोप से दलहन फसलों की फूल, पत्ती व फल्ली तथा सब्जी भाजी को भारी नुकसान पहुंचा रहा है। किसानों का कहना है कि इसका सीधा असर फसल के उत्पादन पर पड़ेगा। लगातार प्रकृति की मार झेल रहे तहसील के किसान को एक बार फिर उसे भविष्य की चिंता सताने लगी है।