पंचकल्याणक प्रतिष्ठा का चतुर्थ महोत्सव
वाशिम पंचकल्याणक प्रतिष्ठा का चतुर्थ महोत्सव
डिजिटल डेस्क, वाशिम। वत्सगुल्म ऐतिहासिक नगरी में इ.स. 1434 वर्ष प्राचिन राजेवाकटक कालखंड के मूलनायक चिंतामणी पार्श्वनाथ भगवंत की संगमरमरी प्रतिमा ऐतिहासिक पंचकल्याणक महोत्सव 2019 में प.पू. अध्यात्म योगी आचार्य 108 विशुद्धसागरजी महाराज के आशीर्वाद से प.पू. श्रमण श्री 108 सुप्रभसागरजी महाराज ससंघ गजरथ महोत्सव भारी उत्साह के साथ संपन्न हुआ था । उसके चतुर्थ वर्धापन दिन पर सैतवाल समाज के गुरु-भक्त, समाजजनों ने लोकवर्गणी से चांदी का सिंहासन निर्माण किया । मूलनायक चिंतामणी पार्श्वनाथ भगवंत की इतिहासकालिन प्रतीम को चांदी के सिंहासन मंे विराजमान करने का मान बोली पद्धति से श्रीमती शीला प्रमोद गडेकर, गुरुभक्त प्राचार्य प्रशांत प्रमोद गडेकर, धर्मपत्नि एड. श्रुता प्रशांत गडेकर, काका सुनील अंबादास गडेकर, नातू भाविक प्रशांत गडेकर, नात प्रचिती प्रशांत गडेकर व समस्त गडेकर परिवार को प्राप्त हुआ तो चांदी के छत्र पर सुवर्ण पालिश की स्वीकृति स्वप्निल सुभाष उखलकर व उखलकर परिवार को प्राप्त हुई । इसी प्रकार छत्र स्थापन करने की स्वीकृति महिला मंडलों ने दी । पूजा विधि व सिंहासन छत्रशुद्धी खामगाव के पंडित राजेश रोकडे ने की । इसमें विशेष रुप से पंचकल्याणक महोत्सव में मुलायक चिंतामणी पार्श्वनाथ भगवंत को नई वेदी पर स्थापन करने का बहुमान गुरुवर्य मुनीश्री 108 सुप्रभसागर महाराज की उपस्थिति में स्थानीय गुरुभक्त प्राचार्य प्रशांत गडेकर परिवार को मिला । इस चतुर्थ वर्धापनदिन पर श्रमण श्री 108 सुप्रभासागरजी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त हुआ । कार्यक्रम में अध्यक्ष तथा ट्रस्टी मंडल, दिगंबर जैन महासमिति की राष्ट्रीय संयोजिका उज्वला सुभाष उकलकर, भाजपा जैन प्रकोष्ट महाराष्ट्र सहप्रमुख (मराठवाड़ा प्रभारी) सौ. किरण संजय पंचवाटकर, सौ. सविता संजय चाणेकर, जयश्री राहुल जोगी, अंजली जितेंद्र पंचवाटकर, सौ. संगीता उखलकर, सौ. संस्कृती गडेकर, निलिमा गडेकर, उषा गडेकर, समस्त पूजा के इंद्र, इंद्रायणी महिला मंडल, नवयुवक मंडल, सकल दिगंबर जैन समाज के पुरष व महिलाएं उपस्थित थी ।