वनभूमि पर किया गया अतिक्रमण वनविभाग ने हटाया
गड़चिरोली वनभूमि पर किया गया अतिक्रमण वनविभाग ने हटाया
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली । वनविभाग की आरक्षित वनभूमि पर अवैध रूप से अतिक्रमण कर इसके हिस्से बनाकर बिक्री करने का मामला हाल ही में जिला मुख्यालय में उजागर हुआ था। इस मामले में कुल 5 लोगों के खिलाफ वन कानून के तहत मामला दर्ज कर अब इस मामले को गड़चिरोली कोर्ट में फैसले के लिए पेश किया गया। वनविभाग की टीम ने संबंधित वनभूमि पर पहुंचकर किए गए अनधिकृत अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई पूर्ण की है।
प्राप्त के अनुसार, गड़चिरोली वन परिक्षेत्र के तहत आने वाले कक्ष क्रमांक 170 का सर्वे क्रमांक 21 और सर्वे क्रमांक 100 संरक्षित वनक्षेत्र के रूप में घोषित है। इस वनभूमि पर गड़चिरोली निवासी मनीष सुरेश कन्नमवार, रूपेश देवीदास सोनटक्के, गजेंद्र जनार्धन डोमले, हरिश रेवनाथ बांबोले और नरेंद्र जनार्धन डोमले ने अवैध रूप से अतिक्रमण कर इसके प्लाट के रूप में हिस्से तैयार किए। इस वनभूमि पर अवैध रूप से कांक्रीट के पिलर लगाकर घेरा भी लगाया गया था। इस मामले की शिकायत प्राप्त होते ही वनविभाग की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच किया और दोषी 5 लोगों के खिलाफ 13 मई 2022 को वन कानून के तहत अपराध दर्ज किया। इस बीच सभी पांचाें आरोपियों को कारण बताव नोटिस जारी कर उनके बयान दर्ज किये गये। दिये गये बयान में सभी आरोपी दोषी पाये जाने पर गड़चिरोली वनविभाग के अधिकारियों ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने यह मामला गड़चिरोली कोर्ट में प्रेषित किया है । वनविभाग की टीम ने संबंधित वनभूमि पर पहुंचकर अवैध रूप से लगाए गये सीमेंट पिलर समेत बनाए गये घेरे को भी हटा दिया। यह कार्रवाई गड़चिरोली के उपवनसंरक्षक मिलिश दत्त शर्मा के मार्गदर्शन में सहायक वनसंरक्षक सोनल भडके, वन परिक्षेत्र अधिकारी अरविंद पेंदाम, क्षेत्र सहायक श्रीकांत नवघरे, वनरक्षक भरत राठोड आदि समेत अन्य कर्मचारियों ने की। वनविभाग की इस कार्रवाई से वनभूमि पर अतिक्रमण करने वालों में हड़कंप मच गया है।