सरसंघचालक के नाम का फर्जी लेटर वायरल
फारवर्ड करने से बचने का आह्वान सरसंघचालक के नाम का फर्जी लेटर वायरल
डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसरसंघचालक डॉ.मोहन भागवत के नाम सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पत्र को संघ की ओर से फर्जी करार दिया गया है। विश्व संवाद केंद्र ने इस तरह के पत्र को वायरल करने से बचने का आह्वान किया है। कहा गया है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को बदनाम करने के लिए अराजक तत्वों का एक और असफल प्रयास है। सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों से संघ के लेटरहेड पर सरसंघचालक के नाम झूठा पत्र वायरल किया जा रहा है।
पत्र में "लोगो' का भी इस्तेमाल : गौरतलब है कि साेशल मीडिया पर दो दिन से पत्र वायरल हो रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लेटर हेड जैसे पत्र में शीर्षक है-व्यापक प्रसार हेतु माननीय श्री सरसंघचालकजी का अतिगोपनीय पत्र। उसमें संघ के ‘लोगो’ का भी इस्तेमाल किया गया है। हिंदू-मुस्लिम लड़कियों को लेकर लिखे गए पत्र की काफी चर्चा हो रही है। कहा जा रहा है कि संघ अपने छिपे एजेंडे को सामने ला रहा है। देश में सामाजिक भाई-चारे काे बिगाड़ा जा रहा है। उस पत्र को संघ की ओर से फर्जी करार दिया गया है। इससे पहले भी सरसंघचालक के नाम एक पत्र वायरल हुआ था। फरवरी 2022 के उस पत्र को लेकर संघ ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी। हिंदू-मुस्लिम लड़के लड़कियों को लेकर पत्र के बारे में विश्व संवाद केंद्र की वेबसाइट पर लिखा गया है कि यह संघ को बदनाम करने का प्रयास है। इस तरह के पत्र को शेयर व फारवर्ड करने से बचें। पुलिस पूछताछ से बचें। जिम्मेदार नागरिक बनें। संघ के अधिकारिक पेज को ही फालो करें।