कर्फ्यू में भी नहीं थम रही रेती चोरी, घाट हो रहे खाली
कर्फ्यू में भी नहीं थम रही रेती चोरी, घाट हो रहे खाली
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना के खिलाफ जंग में सारा देश शामिल है। सीमाबंदियां चल रही है। गांव बंदी है। शासन प्रशासन की सख्ती के अलावा नागरिक भी सख्ती से लॉकडाऊन के नियमों का पालन कर रहे हैँ लेकिन अवैध रेत उत्खनन का काम थम नहीं रहा है। कहीं न कहीं शासन प्रशासन के लोगों की भी इसमें लिप्तता है। लिहाजा जिले में रेती घाट व नदियां खाली हो रही है। एक वाक्या शनिवार का है। सुबह 11.30 से 12 बजे का समय था। जबलपुर मार्ग के मनसर से मध्यप्रदेश की ओर जानेवाले लोगों को खाने पीने के अलावा अन्य सहायता मनसर महामार्ग पर दी जा रही थी। उस दौरान लोग यह देखकर हैरान हो गए कि 15 से 20 ट्रक रेत ढुलाई कर रहे हैं। इस मामले में पूछताछ में पता चला कि पारसिवनी तहसील के एसम्बा रेतीघाट से रेती उठाकर कांद्री में किसी ठेकेदार के बताए गए स्थान पर रेती ले जायी जा रही है। इस संबंध में कांद्री माइल के गेट के इंट्री रजिस्टर व रात में गुजरनेवाले ट्रकों की इंट्री में इसका उल्लेख है। सीसीटीवी में भी फुटेज देखा जा सकता है।
पुलिस ने की आरंभिक जांच
घटना के बारे में सूचना मिलने पर मनसर के पुलिस उपनिरीक्षक अतुल कावले ने सहयोगी कर्मचारी गजानन उकेबोंद्रे को भेजकर मनसर के ओवरब्रिज पर 12 ट्रक को पकड़ा। ट्रक पकड़े जाने के बारे में थानेदार दिलीप ठाकुर को फोन पर सूचना दी। लेकिन इस दौरान रेती से भरे ट्रक कांद्री माइल से रेती खाली करके पुन: कन्हान की ओर बढ़ गए। बार में पारसिवनी के तहसीलदार वरुण सहारे सक्रिय हुए। वे अपने सहयोगियों के साथ एसम्बा रेती घाट पर पहुंचे। वहां बताया गया कि रेतीचोर वाहन लेकर भाग गए है। करीब 700 ब्रास रेती चोरी होने का अनुमान है।
होगी जांच
इस मामले की जांच की जाएगी। शिकायतकर्ताओं में कांग्रेस नेता उदयसिंह यादव सहित अन्य शामिल है। जिलाधिकारी रवींद्र ठाकरे, पुलिस अधीक्षा राकेश ओला, जिला आपदाप्रबंधन अधिकारी को शिकायत की गई है। गृहमंत्री अनिल देशमुख व राजस्वमंत्री बालासाहब थोरात को भी शिकायत भेजी गई है। रविवार से इस परिसर में रेती घाट क्षेत्र की निगरानी बढ़ा दी गई है।