कोरोना का एक यह भी असर, शहर में अपराध भी घटा

कोरोना का एक यह भी असर, शहर में अपराध भी घटा

Bhaskar Hindi
Update: 2020-03-26 05:49 GMT
कोरोना का एक यह भी असर, शहर में अपराध भी घटा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना के चलते जहां पुलिस सड़कों पर  चारों तरफ मुस्तैद है, वहीं लोग घरों में कैद हैं लोग घर से निकलने के लिए हिचकचा रहे हैं। इसका असर अपराध के ग्राफ पर भी काफी पड़ा है। लोग सड़कों पर कम निकल रहे हैं, जिसके चलते सड़क दुर्घटनाओं में भी काफी कमी देखी जा रही है। सूत्राें से मिली जानकारी के अनुसार, शहर लॉकडाउन हुए चार दिन बीते हैं। अगर लॉकडाउन के इन 4 दिनों और लॉकडाउन के पहले के 4 दिनों की तुलना करके देखें तो अपराध में कमी साफ नजर आती है।लॉकडाउन के पहले के 4 दिनों में शहर के थानों में करीब 30 से 35 मामले दर्ज हुए थे। वहीं लॉकडाउन के चार दिन के भीतर यह आंकड़ा 10 से 20 के अंदर सिमट गया है।

लॉकडाउन के पहले के गंभीर आपराधिक प्रकरण

1. सदर थाने में क्रिकेट बुकी ह्रदयराज अलेक्जेंडर को बुकी बनाकर उससे 2 करोड़ 37 लाख की फिरौती मांगने का एक मामला दर्ज हुआ है।2. मानकापुर में पत्नी को उप सरपंच बनाने के लिए पति ने दो सदस्यों का ही अपहरण किया। पत्नी के चुनाव जीतने पर उन्हें छोड़ दिया गया।

नाकाबंदी का भी असर
अपराध शाखा पुलिस विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि शहर में लॉकडाउन के पहले के इन दो मामले को छोड़ दिया जाए ताे फिलहाल कोई गंभीर अपराध दर्ज नहीं हुआ है। पिछले एक सप्ताह में शहर के सभी 33 थानों में करीब 35 प्रकरण ही दर्ज हुए हैं। इसमें मारपीट, गुमशुदा, चोरी और कुछ छिटपुट वारदात शामिल हैं। कोरोना के चलते शहर में जगह-जगह पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त होने से शातिर अपराधियों के हौसले भी पस्त नजर आ रहे हैं। वाहनों को लेकर रोकथाम किए जाने से चेन स्नैचिंग की घटना भी कमी आई है। पुलिस की जगह-जगह पर नाकाबंदी काे देखते हुए रातों में घूमनेवाले अपराधिक किस्म के युवक फिलहाल भूमिगत हो गए हैं।

हां, अपराधों में काफी कमी आई है
कोरोना के बाद से शहर में अपराध के बारे में बात करें तो गंभीर स्वरूप के अपराध कम हुए हैं। यह बात भी सही है कि अपराधों में कमी आई है।
गजानन राजमाने, पुलिस उपायुक्त, अपराध शाखा पुलिस विभाग, नागपुर शहर

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