ब्रह्मपुरी वनपरिक्षेत्र में नरभक्षी बाघ पिंजरे में हुआ कैद

चंद्रपुर ब्रह्मपुरी वनपरिक्षेत्र में नरभक्षी बाघ पिंजरे में हुआ कैद

Bhaskar Hindi
Update: 2023-01-02 10:57 GMT
ब्रह्मपुरी वनपरिक्षेत्र में नरभक्षी बाघ पिंजरे में हुआ कैद

डिजिटल डेस्क,  ब्रह्मपुरी (चंद्रपुर) । ब्रह्मपुरी वनपरिक्षेत्र अंतर्गत खेत में काम कर रही महिलाओं पर  बाघ ने हमला कर दिया था जिसमें दोनों की मौत हो गई। इस बाघ को पिंजरे में कैद करने के आदेश वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने दिए थे। तोरगांव बुज परिसर में वनविभाग की टीम ने नरभक्षी बाघ को रविवार को पिंजरे में कैद कर लिया। बता दें कि 30 व 31 दिसंबर 2022 को ब्रह्मपुरी वनपरिक्षेत्र अंतर्गत खेत में काम करने गई तोरगांव बुज निवासी सीताबाई रामजी सलामे तथा ब्रह्मपुरी-नागभीड़ सीमा से सटे टेकरी समीप नर्मदा प्रकाश भोयर का बाघ ने शिकार किया था।  इन घटनाओं को देखते हुए वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने वन विभाग को नरभक्षी बाघ को पिंजरे में कैद करने के आदेश दिए थे। उनके आदेश पर 1 जनवरी 2023 को तोरगांव बुज. में नरभक्षी बाघ को वनविभाग ने पिंजरा बंद किया। 


बाघ के हमले में चरवाहा घायल
जिले के सिंदेवाही वनपरिक्षेत्र अंतर्गत नवरगांव उपक्षेत्र के उटी माल परिसर में बाघ ने चरवाहे दादा गंगाराम नन्नावरे (65) पर हमला कर दिया जिसमें वह घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती  किया गया है। घटना 31 दिसंबर को हुई। शनिवार की दोपहर नाना नवरगांव उपवनक्षेत्र में अपने पशुओं को चराने ले गया था। उमा नदी परिसर में बाघ ने बैल पर हमला कर दिया, यह देखकर चरवाहे ने उसे भगाने का प्रयास किया तो चरवाहे पर ही बाघ ने हमला कर दिया। यह देखकर उसने शोर मचाया तो बाघ जंगल में भाग गया किंतु चरवाहा घायल हो गया। घटना की सूचना मिलते ही वनरक्षक वैद्य मौके पर पहुंचे और घायल दादा नन्नावरे को उपचार के लिए सिंदेवाही ग्रामीण अस्पताल में दाखिल किया। वहां प्रथमोपचार के बाद उसे जिला सरकारी अस्पताल चंद्रपुर भेज दिया गया। ग्रामीणों ने बाघ के बंदोबस्त की मांग वनविभाग से की है। 


 

 

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