शावकों के साथ घूम रही टी-6 बाघिन को पकड़ने मुहिम
गड़चिरोली शावकों के साथ घूम रही टी-6 बाघिन को पकड़ने मुहिम
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। राज्यभर में सैकड़ों लोगों को अपना शिकार बनाने वाले 49 नरभक्षी बाघों को बेहोश कर पिंजरे में कैद करने वाले चंद्रपुर के वन्यजीव पशुवैद्यकीय अधिकारी डा. खाेब्रागडे की अगुवाई वाली चंद्रपुर के ताड़ोबा की शॉर्प शूटर्स की टीम को अब गड़चिरोली के टी-6 बाघिन को पकड़ने की जिम्मेदारी मिली है। इस बाघिन ने हाल ही में 4 शावकों को जन्म दिया है, जिसके कारण बाघिन द्वारा हमलों की घटनाओं में वृद्धि हो गयी है। शावकों के साथ बाघिन को पकड़ने की यह देश की पहली मुहिम होने का दावा वनविभाग ने किया है। वहीं डा. खोब्रागडे समेत 7 शाॅर्प शूटर्स की टीम बुधवार से गड़चिरोली वनविभाग के चातगांव और पोर्ला वनक्षेत्र में गश्त लगा रहे हैं। इस कार्य के लिए वनविभाग की ओर से वनक्षेत्र में तकरीबन 70 ट्रैप कैमरे भी लगाए गए गए हैं। यदि यह टीम टी-6 बाघिन को पकड़ती है, तो डा. खोब्रागडे बाघों को पकड़ने में अपना अर्धशतक पूर्ण कर लेंगे।
यदि यह टीम टी-6 बाघिन को पकड़ती है, तो डा. खोब्रागडे बाघों को पकड़ने में अपना अर्धशतक पूर्ण कर लेंगे। बता दें कि, शॉर्प शूटर्स की इसी टीम ने गत 13 अक्टूबर को देसाईगंज वनविभाग के एकलपुर वनक्षेत्र में सीटी-1 नामक नर बाघ को भी बेहोश कर पिंजरे में कैद किया था। सीटी-1 बाघ ने गड़चिरोली जिले समेत चंद्रपुर और भंडारा जिले के वनक्षेत्र में 13 लाेगों को शिकार बनाया था। वर्तमान में गड़चिरोली वनविभाग के तहत आने वाले चातगांव, गड़चिरोली, कुनघाड़ा और देसाईगंज वनविभाग के पोर्ला वनक्षेत्र में टी-6 बाघिन ने अपना आतंक मचाए रखा है। इस बाघिन को पकड़ने के आदेश इसके पूर्व ही वन मंत्रालय ने जारी किए थे। लेकिन एक माह पूर्व ही इस बाघिन ने एक साथ 6 शावकों को जन्म देने के कारण इसे पकड़ने की मुहिम कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दी गयी थी। इस बीच पिछले एक माह की कालावधि में एक के बाद ऐसी तीन घटनाओं में तीन लोगों की मृत्यु होने से ग्रामीणों में दहशत फैली हुई हैै।
लगातार की जा रही मांग को देखते हुए वन मंत्रालय ने एक बार फिर टी-6 बाघिन को पकड़ने के आदेश जारी किए हैं। इस बाघिन को शावकों के साथ पकड़ने की जिम्मेदारी भी चंद्रपुर जिले के ताड़ोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प की शाॅर्प शूटर्स की टीम को सौंपी गयी है। इस टीम का नेतृत्व वन्यजीव पशुवैद्यकीय अधिकारी डा. रविकांत खोब्रागडे कर रहे हैं। वर्तमान में इस बाघिन ने पोर्ला व चातगांव वन परिक्षेत्र में अपना डेरा डाल रखा है। बुधवार से इस टीम ने टी-6 बाघिन को पकड़ने की मुहिम शुरू कर दी है। बाघिन पर अपनी निगहबानी बनाए रखने के लिए वनविभाग ने पोर्ला, चातगांव, गड़चिरोली वन परिक्षेत्र के जंगल में तकरीबन 70 ट्रैप कैमरे भी लगा रखे है। 4 शावकों के साथ टी-6 बाघिन को यदि पिंजरे में कैद किया जाता है तो यह देश की पहली ऐसी सफलता होगी, जिसमें बाघिन को शावकों के साथ पकड़ा गया। इस सफलता के साथ अपना अर्धशतक पूर्ण करने डा. खोब्रागडे की शॉर्प शूटर्स की टीम जंगलों में गश्त लगा रही है।